कुड़मी समाज के कद्यावर नेता, झामुमो के पूर्व केंद्रीय महासचिव, पूर्व सांसद शैलेंद्र महतो व उनकी पत्नी पूर्व सांसद आभा महतो मंगलवार को अचानक से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से रांची में मिले। इस दौरान मुख्यमंत्री से कई विषयों पर बातचीत हुई। शैलेंद्र महतो ने हेमंत का मार्गदर्शन भी किया। इस मुलाकात को झामुमो में वापसी का संकेत माना जा रहा है। वर्तमान में ये दोनों नेता भाजपा में हैं।
कुड़मी नेताओं के रूप में इनकी पहचान
कुड़मी नेताओं के रूप में इनकी पहचान है। विधानसभा चुनाव में बहरागोड़ा विधानसभा से आभा महतो ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने की दावेदारी की थी, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला था।इस कारण ये दोनों नेता पार्टी से नाराज भी चल रहे थे। शैलेंद्र महतो के साथ गए उनके एक साथी के अनुसार भैया-भाभी के घर वापसी पर बात हो गई है। जल्द ही दोनों की झामुमो में वापसी हो सकती है। ऐसा अगर होता है तो यह भाजपा के लिए बड़ा झटका साबित होगा। इधर जब शैलेंद्र महतो से जब इस संबंध में पूछा गया कि वे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने गए थ, क्या उनकी झामुमो में वापसी हो रही है। इस पर पूर्व सांसद शैलेंद्र महतो ने कहा कि अब हम वरिष्ठ हो चुके हैं। इस कारण युवा मुख्यमंत्री को राज्य को अच्छे तरीके से चलाने के लिए आशीर्वाद देने गए है। राज्य के युवा मुख्यमंत्री को आगे भी अपना समर्थन देते रहेंगे।
बीते दिनों में झामुमो के ये नेता भी बीजेपी में हुए थे शामिल
बता दें कि बीते दिनों झामुमो में बीजेपी के कई नेताओं की वापसी हुई है। पूर्व विधायक लुईस मरांडी, पूर्व विधायक घाटशिला लक्ष्मण टुडू, पूर्व विधायक बहरागोड़ा कुणाल षाड़ंगी, सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व प्रत्याशी गणेश महली, पूर्वी सिंहभूम के भाजपा जिलाध्यक्ष बारी मुर्मू, भाजपा नेता बास्को बेसरा ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की सदस्यता ग्रहण की थी।