हाथरस :जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार ने भी योगी-मोदी सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

रेप कांड को लेकर जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार ने अब यूपी की योगी और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोशल मीडिया के जरिए कन्हैया ने योगी-मोदी सरकार पर इशारों-इशारों में जोरदार हमला बोला है। अपने ट्वीट में वह लिखते हैं, ‘सरकार सत्ता के अहंकार में यह भूल चुकी है कि लोगों के वोट और सपोर्ट से कुर्सी मिली है, मीडिया मैनेजमेंट से नहीं। आज इन्होंने विपक्ष को गिराया है, कल जनता इन्हें घुटने टेकने पर मजबूर करेगी।’

हाथरस रेप कांड को लेकर कन्हैया ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘हाथरस में परिवार को बच्ची की लाश तक नहीं दी गई। अंतिम संस्कार का हक़ भी प्रशासन ने छीन लिया। आख़िर इस हड़बड़ी की वज़ह क्या है? ये रवैया तो ब्रिटिश राज की याद ताज़ा करता है। दरअसल ये लोग नया भारत नहीं, अंग्रेजों के जमाने का भारत बना रहे हैं।’ अपने एक और ट्वीट में वह लिखते हैं, ‘जलाने से भला सच कहाँ दफ़न होता है, धुआँ बनकर पूरे गगन में फैल जाता है।’

वामदल नेता कन्हैया आगे लिखते हैं, ‘हाथरस में परिवार को बच्ची की लाश तक नहीं दी गई। अंतिम संस्कार का हक़ भी प्रशासन ने छीन लिया। आख़िर इस हड़बड़ी की वज़ह क्या है? ये रवैया तो ब्रिटिश राज की याद ताज़ा करता है। दरअसल ये लोग नया भारत नहीं, अंग्रेजों के जमाने का भारत बना रहे हैं।’

पूर्व जेएनयू छात्र नेता का यह भी कहना है, ‘हाथरस मामले में देश जानना चाहता है कि सही धाराओं में FIR क्यूँ नहीं दर्ज की गई? कार्रवाई में देरी क्यूँ की गई? पीड़िता का पार्थिव शरीर परिवार को अंतिम संस्कार के लिए क्यूँ नहीं दिया गया? परिवार और प्रशासन के बयान आपस में विरोधी क्यूँ है? क्या इसके पीछे राजनीतिक दबाव काम कर रहा है?’

कन्हैया भाजपा विधायक मामले का जिक्र करते हुए लिखते हैं, ‘UP का BJP MLA कुलदीप सेंगर याद है? सत्ता ने बलात्कार और हत्या के इस आरोपी को बचाने का भरपूर प्रयास किया था। इससे ही बलात्कारियों का मनोबल बढ़ता है। हाथरस की दर्दनाक घटना में भी यही देखने को मिला है। बलात्कारी बेख़ौफ होकर हमारी निर्भयाओं को बलात्कार के बाद मौत के घाट उतार रहे हैं।’

इसके साथ ही उन्होंने बाबरी कांड पर कोर्ट के फैसले के बाद लिखा है, ‘भला बाबरी गिराने का सबूत कहाँ से मिलता जब गिराने वालों के चरण में माननीय स्वयं ही गिर गए। यही मौक़ा है, लगे हाथ गोडसे को भी बरी करा लीजिए।’.