राष्ट्रीयकृत बैंकों का निजीकरण में बदलने के उद्देश्य पर बैंक कर्मियों ने किया सरकार का विरोध
यू एफ बी यू के बैनर तले हसनगंज बैंक कर्मियों ने निकाली शांतिपूर्ण रैली
राष्ट्रीयकृत बैंकों को निजी करण में परिवर्तन करने पर हसनगंज शाखा प्रबंधक तथा कर्मचारियों ने इसका विरोध किया तथा नारेबाजी की
बैंक ऑफ इंडिया की शाखा प्रबंधक नेहा सक्सेना ने बताया कि हम सभी बैंक कर्मियों के साथ सरकार दुर्व्यवहार कर रही है सरकार के द्वारा हमें निजी करण में झोंक दिया जा रहा है सबसे ज्यादा निजी करण का सामना गरीब किसानों को करना पड़ेगा और कहा यह लड़ाई हमारी नहीं है यह जनता की लड़ाई है जनता को इससे नुकसान है
वही मोहान बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक धर्मेंद्र द्विवेदी ने बताया पहले सरकार के द्वारा निजी करण बैंकों को राष्ट्रीयकृत बैंकों में तब्दील किया गया था उनका उद्देश्य था गरीब किसानों तक बैंक की सुविधा पहुंच सके और वह लोग सू त खोरों से बच सकें
लेकिन सरकार की जो मनसा हुई है कि फिर से राष्ट्रीय कृत बैंकों को निजी करण बैंकों में तब्दील किया जाए
उसका हम बैंक कर्मी विरोध कर रहे हैं राष्ट्रीय बैंक बनी रहनी चाहिए क्योंकि राष्ट्रीय बैंक आज के दौर में रीढ़ की हड्डियों का काम कर रही है
और कहा चाहे वह नोटबंदी हो या सरकार द्वारा चलाई जाने वाली जनधन योजना या कोरोना वैश्विक महामारी इन सब में हम सभी बैंक कर्मियों ने लगातार कार्य किया है
क्राइम ब्यूरो आदर्श द्विवेदी की रिपोर्ट