हरदोई:चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अंतर्गत प्रवासी मजदूरों को दिया गया तीन दिवसीय प्रशिक्षण

ग्रामीण क्षेत्रों के लोग जो अन्य प्रदेशों में अपनी मजदूरी कर रहे थे. कोविड-19 संक्रामक बीमारी के कारण अपनी रोजी-रोटी को छोड़कर अपने घर वापस आ गए. उनके सामने रोजगार का संकट सामने खड़ा हो गया. इसी को ध्यान में रखते हुए चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अंतर्गत संचालित कृषि विज्ञान केंद्र हरदोई द्वारा गरीब रोजगार कल्याण योजना अंतर्गत जनपद हरदोई के 35 प्रवासी मजदूरों को कौशल विकास हेतु मुर्गी पालन विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिनांक 17 अक्टूबर से 19 अक्टूबर 2020 तक आयोजित किया गया. प्रशिक्षण के उद्घाटन अवसर पर केंद्र अध्यक्ष डॉ रामप्रकाश ने बताया कि कोरोना के कारण प्रवासी मजदूर जो दूसरे प्रदेशों में अपनी रोजी रोटी कमा रहे थे, अचानक छोड़कर वापस अपने घर आना पड़ा. जिससे उनके सामने बेरोजगारी की समस्या आ गई. उनके लिए मुर्गी पालन जैसे रोजगार परक प्रशिक्षण काफी सहयोग प्रदान करेगा .प्रशिक्षण समन्वयक डॉ पृथ्वी पाल ने प्रशिक्षण की रूपरेखा तथा मुर्गी पालन के महत्व के बारे में विस्तार से बताया. डॉक्टर पाल ने बताया कि कैसे प्रवासी भाई अपनी छोटी सी भूमि के टुकड़े पर मुर्गी पालन व्यवसाय अपना कर आत्मनिर्भर बन सकते हैं. डॉक्टर प्रिया वशिष्ठ ने मुर्गियों के आहार के संबंध में विस्तार से बताया. डॉक्टर सीपी गौतम ने मुर्गियों के रखरखाव तथा उन में लगने वाली बीमारियों तथा उनसे बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी. वैज्ञानिक डॉ दीपक कुमार मिश्र मुर्गियों की उन्नतशील प्रजातियों की जानकारी के बारे में बताया. डॉक्टर डीपी सिंह ने प्रवासी मजदूरों को बैकयार्ड पोल्ट्री फार्म के बारे में बताया. डॉक्टर मुकेश सिंह मुर्गियों के विपणन के संबंध में जानकारी दी. इस अवसर पर सभी प्रवासी मजदूरों को प्रमाण पत्र भी वितरित किया गया.