माधोगंज की ग्राम सभा बघोडा के गांव सूरतपूर्वा में अमृत योजना का कार्य हो रहा है पाइप डालने के बाद खुदी हुई रोड को सही से बंद नही किया जा रहा है रोड को बन्द करने के नाम पर खानापूर्ति की जा रही कई लोग बड़े बूढ़े लोग रात के अधेरे में गड्ढे में गिर भी चुके है अगर बात करे सफाई व्यवस्था की तो महीनो हो जाता है सफाई नही होती हैं नालियों में कूड़ा भरे होने के कारण नालिया बन्द हो चुकी है प्रधान से जानकारी लेनी चाही तो प्रधान जी का जलवा कायम पहले की तरह दस दस रिग करने पर भी फोन नहीं उठता सचिव सगीर अहमद से फोन करने पर बात हुई तो बताया कि प्रधान जी अपनी ससुराल में सादी में गए हुए है दो दिन पहले पता किया तो सचिव ने बोला अपने पिता की दवा लेने गए है इससे यह स्पष्ट होता नजर आ रहा है की प्रधान के पास जनता की समस्याओं से ज्यादा अपनी समस्याएं बनी हुई है अब प्रश्न यह है जनता की समस्या का समाधान करने के लिए प्रधान को ग्रामपंचायत में चुनाव करा कर गांव का प्रतिनिधित्व शोपा जाता है लेकिन क्या अगर इस प्रकार के प्रधान हर ग्राम पंचायत में हो तो गांव की जनता का क्या हाल होगा क्या बीडीओ इस मामले को अपने शज्ञान में लेते है या वह भी प्रधान सचिव के रंग में रंग जाते है