हरदोई : जनपद में सामाजिक कार्यों में आगे, सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार लोगों की मदद करने में तत्पर दृष्टि दोष विशेषज्ञ कर्ण सिंह राणा कहते है कि सतर्कता, सुरक्षा के साथ ही उचित इलाज ही है ब्लैक फंगल से बचाव का रास्ता है उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगल को म्युकरमाइकोसिस भी कहते हैं इसके शुरुआती लक्षण बुखार, सर दर्द, त्वचा पर लालपन, सूजी हुई त्वचा, आंख के पास नाक में गहरे खुजली, कालापन, देखने मे समस्याएं, आंखों में सूजन, चेहरे का दर्द आदि लक्षण में शामिल हैं।
किस प्रकार हम बचाव कर सकते हैं:
दृष्टि दोष विशेषज्ञ कर्ण सिंह राणा बताते हैं कि हम सभी को नियमित मास्क का प्रयोग करना चाहिए खासतौर से उस स्थान पर जो धूल भरा स्थान हो यदि मास्क अधिक समय लगाने पर पसीने के चलते हमारा मास्क गीला हो जाता है तो हमे मास्क को बदलना है, मिट्टी वाले स्थान पर अथवा खेत आदि में कार्य करते समय हमें शरीर को अच्छे से ढक कर कार्य करना है। कर्ण बताते हैं कि इस समस्या में डायबिटीज के मरीजों को अपनी शुगर लेवल को कंट्रोल करना है इम्यूनोमॉड्यूलेटिंग ड्रग्स को बंद तथा स्टेरॉयड ड्रग्स को कम करना है। एन्टीबायोटिक्स तथा एन्टीफंगल ड्रग्स का इस्तेमाल विवेकपूर्ण तरीके से करें।
तथा उचित इलाज हेतु बेहतर अस्पताल में उचित विशेषज्ञ की परामर्श के साथ उपचार करवाएं।