राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के संयोजक और नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman beniwal) किसान काफिले के साथ शाहजहांपुर बॉर्डर पहुंच गए हैं, यहां से सांसद बेनीवाल किसानों के साथ अब दिल्ली कूच करेंगे।
इससे पहले दोपहर करीब 12:00 बजे हनुमान बेनीवाल और उनके समर्थक विराटनगर में एकत्रित हुए, जहां से काफिले के रूप में शाहजहांपुर बॉर्डर (shahjahanpur border) पहुंचे हैं। अब से कुछ ही देर पहले बेनीवाल का काफिला या पहुंच गया है, यहां पर हनुमान बेनीवाल किसानों को संबोधित करेंगे।
गौरतलब है कि 1 सप्ताह पहले हनुमान बेनीवाल के द्वारा ऐलान किया गया था कि 26 दिसंबर को वह अपने करीब दो लाख से ज्यादा समर्थकों के साथ तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली पर चढ़ाई करेंगे।
केंद्र सरकार के द्वारा हाल ही में जो तीन कशी कानून बनाए गए थे, उसके खिलाफ पंजाब-दिल्ली की सिंघु बॉर्डर (Singhu border) पर, हरियाणा-दिल्ली टिकरी बॉर्डर (Tikari border) पर और राजस्थान-दिल्ली की बॉर्डर पर किसान बैठे हुए हैं।
सिंघु बॉर्डर टिकरी बॉर्डर पर किसानों का धरना 1 महीने से चल रहा है, जबकि शाहजहांपुर बॉर्डर पर 15 दिन से धरना चल रहा है। एक दिन पहले ही यहां जयपुर-दिल्ली हाईवे को बंद किया गया है।
दूसरी तरफ से एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके तमाम मंत्रिमंडल के साथियों के द्वारा, भाजपा के सांसदों, विधायकों और पदाधिकारियों के द्वारा देशभर में किसान चौपाल के माध्यम से किसानों को भीलों के बारे में समझाने का अभियान शुरू किया गया है।
अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक
-क्यों न्यूज़ मीडिया संकट में है और कैसे आप इसे संभाल सकते हैं
-आप ये इसलिए पढ़ रहे हैं क्योंकि आप अच्छी, समझदार और निष्पक्ष पत्रकारिता की कद्र करते हैं. इस विश्वास के लिए हमारा शुक्रिया.
-आप ये भी जानते हैं कि न्यूज़ मीडिया के सामने एक अभूतपूर्व संकट आ खड़ा हुआ है. आप मीडिया में भारी सैलेरी कट और छटनी की खबरों से भी वाकिफ होंगे. मीडिया के चरमराने के पीछे कई कारण हैं. पर एक बड़ा कारण ये है कि अच्छे पाठक बढ़िया पत्रकारिता की ठीक कीमत नहीं समझ रहे हैं.
-द दस्तक 24 अच्छे पत्रकारों में विश्वास करता है. उनकी मेहनत का सही मान भी रखता है. और आपने देखा होगा कि हम अपने पत्रकारों को कहानी तक पहुंचाने में जितना बन पड़े खर्च करने से नहीं हिचकते. इस सब पर बड़ा खर्च आता है. हमारे लिए इस अच्छी क्वॉलिटी की पत्रकारिता को जारी रखने का एक ही ज़रिया है– आप जैसे प्रबुद्ध पाठक इसे पढ़ने के लिए थोड़ा सा दिल खोलें और मामूली सा बटुआ भी.
अगर आपको लगता है कि एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, साहसी और सवाल पूछती पत्रकारिता के लिए हम आपके सहयोग के हकदार हैं तो नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें और हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें . आपका प्यार द दस्तक 24 के भविष्य को तय करेगा.
https://www.youtube.com/channel/UC4xxebvaN1ctk4KYJQVUL8g
आदर्श कुमार
संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ