हमास ने गाजा पट्टी से 16 साल बाद नियंत्रण खो दिया है: रक्षा मंत्री योव गैलेंट

इजरायल ने दावा किया है कि हमास ने गाजा में कंट्रोल खो दिया है। रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा कि हमास ने गाजा पट्टी से 16 साल बाद नियंत्रण खो दिया है। आतंकवादी साउथ की ओर भाग रहे हैं। नागरिक हमास के ठिकानों को लूट रहे हैं।
वहीं, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को जंग में शामिल सेना के जवानों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया। PM ने कहा कि यह कोई ऑपरेशन नहीं है, बल्कि अंत तक युद्ध है। नेतन्याहू ने कहा, अगर हम इन्हें खत्म नहीं करेंगे तो ये वापस आ जाएंगे।
उधर, अल-शिफा अस्पताल के डॉक्टरों ने हॉस्पिटल खाली करने से इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि अगर वे इस जगह को छोड़ देंगे तो लगभग 700 मरीज मर जाएंगे। दरअसल, इजरायली रक्षा बल ने अस्पताल को खाली करने के लिए कहा था।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अस्पताल पर हमले को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा- मुझे उम्मीद है कि अस्पतालों पर हमले से बचा जाना चाहिए। उनकी सुरक्षा जरूरी है। हम इसको लेकर इजरायलियों के संपर्क में हैं।
इजराइली सेना ने सोमवार रात दावा किया कि गाजा के अल कुद्स अस्पताल से उसके सैनिकों पर हमला किया गया। फायरिंग के अलावा ग्रेनेड भी फेंके गए। जवाबी कार्रवाई में हमास के 21 आतंकी मार गिराए गए।
दूसरी तरफ, हमास के टनल नेटवर्क को तबाह करने में जुटी इजराइली सैनिकों को गाजा के एक घर में ऐसी सुरंग मिली, जिसको छिपाने के लिए तीन बिस्तर लगे थे, जो बच्चों की नींद के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
अल कुद्स अस्पताल से हुए हमले पर IDF ने बयान जारी किया। कहा- यह हॉस्पिटल गाजा सिटी में है। हमारी 188वीं बटालियन वहां मौजूद थी। इसी दौरान उस पर हल्के हथियारों से फायरिंग हुई। इसके बाद ग्रेनेड भी फेंके गए।
बयान के मुताबिक- इसके बाद IDF ने एयरफोर्स की मदद ली। कुछ देर बाद ग्राउंड फोर्सेस ने एक्शन लिया और हमास के 21 आतंकी मार गिराए। इस दौरान हमारे किसी सैनिक को नुकसान नहीं हुआ। एक टैंक को मामूली नुकसान हुआ है। इस दौरान कुछ सिविलियन हॉस्पिटल से निकलते देखे गए। हमास के आतंकी अस्पताल में छिपे हुए थे। ये भागकर पास की बिल्डिंग्स में छिप गए। यह घटना साफ तौर पर बताती है कि हमास किस तरह आम लोगों और अस्पतालों की आड़ में IDF पर हमले कर रहा है।
उत्तरी गाजा में इजराइली फौज सुरंगों की खोज कर रही थी। इस दौरान एक सुरंग मिली। इजराइल के कॉम्बेट इंजीनियरिंग कोर्प्स को एक मकान खास लगा था। इसलिए इसकी दूसरी बार तलाशी ली गई। इसके बाहरी हिस्से में एक छोटा स्विमिंग पूल भी था।
इस घर में एक बेडरूम मिला। यहां तीन बिस्तर थे और साफ नजर आ रहा था कि इनका इस्तेमाल बच्चों के लिए किया जाता होगा। इन बेड्स को हटाकर देखा गया तो नीचे लोहे के शॉफ्ट मिले। इसके साथ ही सुरंग थी। एक इजराइली अफसर ने कहा- ये हकीकत है, हमास की। इसके दो छोर हैं। एक गाजा सिटी के हिस्से में तो दूसरा समुद्री रास्ते की तरफ जाता है।
ग्रेटा थनबर्ग का विरोध
रविवार को क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग नीदरलैंड में एक रैली में शामिल हुईं। भाषण के दौरान उन्होंने जंग का मुद्दा उठाते हुए फिलिस्तीनियों के पक्ष में अपने विचार रखे। तभी एक दूसरा एक्टिविस्ट स्टेज पर आ गया।
इस एक्टिविस्ट ने ग्रेटा के हाथ से माइक छीनकर कहा कि वो यहां क्लाइमेट पर बात करने आए हैं, उन्हें राजनीतिक राय नहीं चाहिए। इस पर ग्रेटा के समर्थकों ने उसे घेर लिया और उसे स्टेज से नीचे उतार दिया गया।
दूसरी तरफ, गाजा में एक के बाद एक अस्पताल बंद पड़ते जा रहे हैं, जिससे मरीजों की मौत हो रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह है फ्यूल की कमी। UN ने रविवार को बताया कि गाजा का सबसे बड़ा अल-शिफा अस्पताल और अल-कुद्स अस्पताल में अब काम नहीं हो पा रहा है।
संसाधनों की कमी की वजह से अस्पताल के तौर पर इसकी फंक्शनिंग बंद पड़ गई है। इसके बाद इजराइली सेना ने अल-शिफा अस्पताल में 300 लीटर फ्यूल पहुंचाया। सेना ने दावा किया कि इस दौरान हमास ने उन्हें रोकने की भी कोशिश की।
इजराइली सेना ने दावा किया है कि उसे हमास के एक लड़ाके के सामान से हिटलर की किताब ‘मीन काम्फ’ मिली है। उन्होंने कहा कि इस किताब में कई नोट्स भी लिखे गए थे। सेना ने बताया कि हिटलर की विचारधारा पर चलकर ही हमास यहूदियों से नफरत और उन पर जुल्म करना सीखता है। वो गाजा में इस मानसिकता को फैलाता है।
इजराइली राष्ट्रपति हर्जोग ने कहा कि यह वही किताब है जिसकी वजह से दूसरा विश्व युद्ध और यहूदियों का नरसंहार हुआ था। हमास इजराइल में दोबारा यही करना चाहता है।
दूसरी तरफ इजराइली सेना का हिस्सा शिन बेट ने बताया कि उन्होंने गाजा से 20 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। वहीं इजराइल के PM नेतन्याहू ने रविवार को पहली बार कहा कि वो बंधकों को छुड़ाने के लिए समझौता कर सकते हैं।
जब उनसे बंधकों को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसके लिए समझौता हो सकता है। हालांकि, उन्होंने इस बारे में ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया।
वहीं अमेरिका ने रविवार को सीरिया में ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। पेंटागन ने बताया कि उन्होंने एयरफोर्स F-15E फाइटर जेट्स से अबु कमल में कई इमारतों पर हमला किया, जिनका इस्तेमाल ट्रेनिंग और हथियार रखने के लिए किया जाता था।
इसके अलावा रविवार को इजराइली एयरफोर्स ने UN के एक कंपाउंड पर हवाई हमला किया। UN ने एक बयान में कहा- गाजा में हमारी फैसेलिटी पर हमला हुआ है। इसमें कई लोग मारे गए हैं। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। ये सभी फिलिस्तीनी रिफ्यूजी थे, जिन्होंने यहां पनाह ली थी। इजराइल ने अब तक इस बारे में कोई रिएक्शन नहीं दिया है।
रविवार को लेबनान से हिजबुल्लाह ने एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल से हमला किया। इसमें 14 नागरिक घायल हो गए। इसके बाद एक और हमले में इजराइल के मेनारा समुदाय के पास तैनात 7 सैनिक भी घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल पहुंचाया गया है। इजराइल की डिफेंस फोर्स ने बताया कि उन्होंने जवाब में हिजबुल्लाह के कई ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की।
हमास के कब्जे में 200 से ज्यादा बंधक हैं। इनके परिवारों और हजारों आम लोगों ने तेल अवीव में प्रदर्शन किया। इनका कहना है कि सरकार सबसे पहले बंधकों को छुड़ाने के लिए हर मुमकिन कदम उठाए।
शनिवार रात हुए प्रदर्शन में लोगों ने बंधकों के पोस्टर हाथ में ले रखे थे। 7 अक्टूबर को हमास के हमले में 1200 लोग मारे गए थे। इसके अलावा करीब 200 लोगों को हमास ने बंधक बना लिया था। इनमें कुछ विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
इजराइल और हमास जंग के बीच भारत ने फिलिस्तीन में इजराइली कब्जे के खिलाफ पेश किए गए प्रस्ताव के पक्ष में वोट किया है। गुरुवार को UN में एक प्रस्ताव लाया गया था, जिसमें फिलिस्तीन के ईस्ट यरूशलम, सीरियाई गोलन समेत फिलिस्तीनी इलाकों पर इजराइली कब्जे की निंदा की गई थी।
इस प्रस्ताव के पक्ष में भारत समेत 145 देशों ने वोट किया। 7 देशों ने इसके खिलाफ तो वहीं 18 देश वोटिंग से दूर रहे। शनिवार को इजराइली PM नेतन्याहू ने साफ कर दिया कि फिलिस्तीनी अथॉरिटी को गाजा नहीं सौंपेंगे। गाजा पर हमारी सेना का ही कंट्रोल होगा। यहां सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए हमें अंतरराष्ट्रीय ताकतों पर विश्वास नहीं है।
गाजा में इजराइल का जमीनी ऑपरेशन जारी है। इस बीच वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन यानी WHO के चीफ ने UNSC को बताया है कि इजराइली बमबारी से गाजा में हर दस मिनट में एक बच्चे की मौत हो रही है। जंग में अब तक गाजा के 11 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई है। मरने वालों में 4506 बच्चे हैं।
इ​​​​​​जराइल ने 7 अक्टूबर को हमास के हमले में मरने वाले लोगों की संख्या घटा दी है। इजराइल के विदेश मंत्रालय ने बताया है कि पहले 1400 लोगों के मारे जाने की जानकारी थी, लेकिन ये संख्या 1200 है।