गाजा सिटी के अहली अरब सिटी हॉस्पिटल में 17 अक्टूबर को रॉकेट से हमला हुआ था। 500 लोगों की मौत का दावा किया गया। हमास और इजराइल ने एक-दूसरे पर हमले के आरोप लगाए। इजराइल ने कहा- हमला फिलिस्तीनी संगठन इस्लामिक जिहाद ने किया। उनका रॉकेट मिसफायर हुआ।
इजराइल और अमेरिका ने एक वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि अस्पताल पर हमला फिलिस्तीन से ही किया गया। । इसमें रात के अंधेरे में एक रॉकेट आसमान में ब्लास्ट होता नजर आता है। चंद सेकेंड बाद जमीन पर भी धमाका होता है।
जो रॉकेट आसमान में फटा, उससे संभवत: अस्पताल में धमाका नहीं हुआ। ये रॉकेट अस्पताल से करीब 3.2 किलोमीटर दूर आसमान में फटा। इसका 17 अक्टूबर को हुई लड़ाई से संबंध नहीं है। हालांकि, इस विश्लेषण से यह साफ नहीं होता है कि फिर अस्पताल में धमाका कैसे हुआ? या इस हमले के लिए कौन जिम्मेदार है।
विश्लेषण के मुताबिक, इजराइल और अमेरिका का दावा सही भी हो सकता है और गलत भी। लेकिन जो सबूत पेश किया गया है वो शक के दायरे में जरूर है। अस्पताल पर हुए हमले से जुड़े कई वीडियो का विश्लेषण किया। इनसे साफ होता है कि अस्पताल के पास से हमास ने कई रॉकेट दागे थे।
वीडियो में ये भी देखा जा सकता है कि इजराइली हमलों के बीच अस्पताल के पास 2 मिनट में 2 धमाके हुए। इजराइल के अधिकारी ने कहा- हमारी सेना अस्पताल के पास हमला नहीं कर रही थी। हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया कि उनकी तरफ से दागी गई मिसाइलें अस्पताल से कितनी दूर बने टारगेट को निशाना बना रही थीं।
धमाका अस्पताल की पार्किंग में हुआ। यहां कई गाड़ियां खड़ी थीं और लोगों ने हमलों से बचने के लिए शरण ले रखी थी। धमाके के बाद जमीन पर जो गड्ढा हुआ वो भी काफी छोटा था। इसे देखते हुए इजराइल ने कहा कि हमला उसने नहीं किया।
दूसरी तरफ, हमास ने अब तक ऐसा कोई सबूत पेश नहीं किया है, जिससे साबित हो सके कि हमला इजराइल ने ही किया था।