आधे हमास आतंकी मरे या घायल : डिफेंस मिनिस्टर

इजराइल और हमास के बीच फ्रांस की राजधानी पेरिस में चल रही बातचीत भी नाकाम होती नजर आ रही है। इसकी वजह कतर को बताया जा रहा है। कतर भी इस बातचीत का अहम हिस्सा है।
दरअसल, अमेरिका और इजराइल को लगता है कि कतर की सरकार का रुख हमास जैसे आतंकी संगठन को लेकर काफी नर्म है और वो इजराइल पर समझौते का दबाव डालना चाहती है। टाइम्स ऑफ इजराइल ने इसकी पुष्टि की है।
इजराइल सीजफायर के लिए तैयार हो गया है। कुछ देर बाद एक अपडेट दिया। इसमें कहा- इजराइली सूत्रों ने बताया है कि बातचीत सही दिशा में चल रही है, लेकिन किसी डील तक पहुंचने के लिए लंबा वक्त लगेगा।
इसके कुछ देर बाद इजराइली अखबार हेयोम ने कहा- इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद और नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी शिन बेत पेरिस में हैं। उन्होंने कतर, इजिप्ट और अमेरिका के मीडिएटर्स को साफ बता दिया है कि सीजफायर की शर्तें इजराइल की होंगी, हमास को यह बातें माननी होंगी। इसके अलावा जंग को पूरी तरह खत्म करने के लिए तमाम बातें तभी तय होंगी, जब हमास की तरफ से हर शर्त का पूरी तरह से पालन किया जाएगा।
इसके अलावा, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का बयान भी सामने आया। उन्होंने कहा- कतर की तरफ से हमास को सहारा दिया जा रहा है। अब तक हमने जितनी बार भी बातचीत की है, उसमें कतर का रोल ऐसा नहीं रहा कि जिसमें इजराइल का ध्यान रखा गया हो। एकतरफा बातचीत नहीं चल सकती।
सोमवार को गाजा बॉर्डर पर इजराइली नागरिकों ने प्रदर्शन किया। इनकी मांग है कि गाजा में फ्यूल सप्लाई बहाल न की जाए, क्योंकि इसका फायदा हमास को होगा।इजराइल के डिफेंस मिनिस्टर योव गैलेंट ने सोमवार को कहा- हमारी इंटेलिजेंस एजेंसीज की रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि अब तक जंग में हमास के आधे से ज्यादा आतंकी या तो मारे गए हैं, या फिर गंभीर रूप से घायल हैं। घायल आतंकियों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा उन लोकेशन्स को भी राडार पर रखा जा रहा है, जहां आतंकी मदद या इलाज के लिए जा सकते हैं।
सैनिकों से मुलाकात के बाद गैलेंट ने कहा- आप यह समझ लीजिए कि हम एक बहुत बड़ी और लंबी जंग का सामना कर रहे हैं और इस तरह की जंग में कई तरह की कुर्बानियां देनी पड़ती हैं। जब तक आतंकी हमले करेंगे, तब तक हम उन्हें तबाह और खत्म करते रहेंगे।
गैलेंट ने एक सवाल के जवाब में कहा- आतंकियों को सप्लाई कहां से मिल रही है? इसका जवाब हर कोई जानता है। लेकिन, यह काम बहुत लंबे वक्त तक जारी नहीं रहेगा। दुनिया के सामने जल्द ही सच्ची तस्वीर आएगी। हम हमास को किसी कीमत पर नहीं बख्शेंगे।