जालसाज ज़्यादातर मासूम लोगों को ठगने के नए तरीके ढूंढते रहते हैं और यूके में वॉट्सऐप पर कुछ ऐसा ही स्कैम चल रहा है. मेटा के लोकप्रिय मैसेंजर ऐप पर ‘फ्रेंड इन नीड’ स्कैम इस समय काफी चर्चित है, जिसने देश में बहुत सारे यूजर्स को प्रभावित किया है. वास्तव में ये मामला काफी गंभीर है. वॉट्सऐप ने लोगों को ‘हेल्प मी विथ मनी’ वाले मैसेज का जवाब नहीं देने की चेतावनी दी है. इतना ही नहीं कहा गया है कि लोग उस नंबर पर काल करके सबसे पहले पुष्टि करें फिर कोई कदम उठाए.
वॉट्सऐप पर ‘फ्रेंड इन नीड’ स्कैम में बहुत से स्कैमर्स शामिल हैं जो यूज़र्स के रिश्तेदार होने का नाटक करते हैं. यूज़र्स को उनके दोस्तों या रिश्तेदारों की तरफ से आर्थिक मदद मांगने के मैसेज आते हैं. यूजर्स भी जल्दबाजी में बिना जांच पड़ताल के अकसर ‘मदद’ करने की कोशिश करते हैं, जिससे वो इस स्कैम में फंस जाते हैं और स्कैमर्स पैसे लेकर भाग जाते हैं.
वॉट्सऐप की प्रतिक्रिया:
नेशनल ट्रेडिंग स्टैंडर्ड्स के प्रमुख लुईस बैक्सटर ने कहा, ‘स्कैमर्स ऐसे संदेश भेजते हैं जो किसी दोस्त या परिवार के सदस्य से व्यक्तिगत जानकारी, पैसे या छह अंकों का पिन नंबर मांगते हुए आते हैं.’ एजेंसी का कहना है कि ब्रिटेन में 59 फीसदी लोगों को ये मैसेज पहले ही मिल चुका है.
वॉट्सऐप ने लोगों को सावधान करते हुए ये प्रतिक्रिया दी कि अगर आपको कोई संदिग्ध मैसेज प्राप्त होता है तो आप वॉयस नोट पर कॉल करें, ये किसी जांचने का सबसे अच्छा तरीका है कि वे कौन है
एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन तकनीक होने पर भी हो रहे हैं स्कैम:
ये आश्चर्य की बात है कि वॉट्सऐप में एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन तकनीक है; तो फिर भी स्कैमर आपके प्रियजनों के वॉट्सऐप अकाउंट को हैक करने में कैसे सक्षम हैं? नेशनल ट्रेडिंग स्टैंडर्ड्स, यूके का कहना है कि स्कैमर्स उन अकाउंट्स को टारगेट कर रहे हैं, जिन्होंने अपना फोन खो दिया है, या अपने वॉट्सऐप अकाउंट में लॉग इन करने में असमर्थ हैंएजेंसी का कहना है कि मैसेज आपके मित्रों के हैक किए गए अकाउंट से भेजे जाते हैं, इसलिए ऐसा लगता है कि वे किसी ऐसे व्यक्ति से आ रहे हैं जिसे आप जानते हैं, या किसी अज्ञात नंबर से ये दावा कर रहे हैं कि उनका फोन खो गया है या उनका खाता ‘लॉग आउट’ हो गया है.
अगर आपके पास भी आए ऐसा मैसेज तो रहे सावधान
वॉट्सऐप यूज़र्स को सुरक्षा के अतिरिक्त स्तर के लिए वॉट्सऐप अकाउंट में लॉग इन करने के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन सिस्टम पर स्विच करने का भी सुझाव दे रहा है. फिलहाल भारतीय यूज़र्स को ऐसी कोई भी परेशानी अभी तक नहीं आई है, लेकिन हमारा सुझाव है कि अगर आपको भी ऐसा कोई मैसेज आता है तो बहुत सावधान रहने की ज़रूरत है और कभी भी फौरन यकीन न करें.