अमेरिका के टेक्सास में एक बंदूकधारी ने स्थानीय समयानुसार शनिवार को यहूदियों के एक प्रार्थना-स्थल (सिनेगॉग) में घुसकर कई लोगों को बंधक बना लिया जिसमें से एक को रिहा कर दिया गया। कानून प्रवर्तन अधिकारियों के अनुसार, बंदूकधारी ने आफिया सिद्दकी की रिहाई की मांग की है। पाकिस्तानी न्यूरो साइंटिस्ट आफिया सिद्दीकी को अल कायदा से संबंध रखने के आरोप में अमेरिका में जेल की सजा सुनाई गई थी।
बता दें कि पाकिस्तान की नागरिक डा. आफिया सिद्दिकी पर अलकायदा से जुड़े होने का आरोप है। मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी से न्यूरोसाइंस में पीएचडी की पढ़ाई करने वाली आफिया सिद्दीकी के बारे में साल 2003 में एक आतंकी खालिद शेख मोहम्मद ने FBI को बताया था। इसी आधार पर आफिया को अफगानिस्तान से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि इलाके को खाली कराया गया और एहतियातन लोगों को इस इस रास्ते को नजरअंदाज करने का निर्देश दे दिया गया। पुलिस के अनुसार अब तक किसी तरह की नुकसान की खबर नहीं है। एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सिनेगाग में चल रहे अनुष्ठानों का फेसबुक पर सीधा प्रसारण किया जा रहा था। इसी दौरान एक शख्स वहां बंदूक लेकर घुस आया। लाइवस्ट्रीम में यह तो नहीं दिखा कि वहां क्या हो रहा है मगर कई बार इस्लाम को लेकर उस शख्स के जोर-जोर से चिल्लाने की आवाजें आईं। कथित रूप से बंदूकधारी ने अपनी बहन और इस्लाम का बार-बार जिक्र किया।
कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि यह हमला आफिया सिद्दिकी के भाई मुहम्मद सिद्दीकी ने किया है। हालांकि, हमले के बाद ही मुहम्मद सिद्दीकी ने इन आरोपों का खंडन कर दिया है। उसने कहा कि इस मामले में उसका नाम आने से वह नाखुश है।
अमेरिका में इजराइली अधिकारी लिविया लिंक ने भी इस घटना पर बयान दिया है। लिविया ने कहा- ‘मेरा दिल और मेरी प्रार्थना आज यहूदी समुदाय के साथ है। हम लगातार घटना का अपडेट ले रहे हैं। इजराइल के विदेश मंत्री यायर लापिड को भी हालात के बारे में बताया गया है।’ इस हमले के बाद मिली शुरुआती जानकारी में बताया गया कि बनाए गए बंधकों में एक रब्बी के भी शामिल होने की उम्मीद है। वहीं एफबीआइ और बिल्डिंग में मौजूद बंदूकधारी के बीच बातचीत भी हुई।