(द दस्तक 24 न्यूज़) 1 जून 2025 धर्म, ज्ञान और न्याय की पावन भूमि प्रयागराज एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बना, जब भारत के मुख्य न्यायाधीश, माननीय न्यायमूर्ति श्री भूषण रामकृष्ण गवई जी की गरिमामयी उपस्थिति में इलाहाबाद उच्च न्यायालय परिसर में अधिवक्ता चैंबर्स एवं मल्टीलेवल पार्किंग बिल्डिंग का भव्य उद्घाटन संपन्न हुआ।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर उच्चतम न्यायालय के अन्य माननीय न्यायमूर्तिगण एवं केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विधि एवं न्याय मंत्रालय, श्री अर्जुन राम मेघवाल जी भी उपस्थित रहे। समारोह में न्यायिक समुदाय, अधिवक्ता संघों के प्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी रही।
न्यायिक व्यवस्था को मिला नया आयाम
नवनिर्मित अधिवक्ता चैंबर्स और अत्याधुनिक मल्टीलेवल पार्किंग सुविधा न्यायिक अवसंरचना को मजबूती प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे जहां अधिवक्ताओं को कार्य के लिए बेहतर सुविधाएं प्राप्त होंगी, वहीं न्याय प्रक्रिया की गति और सुगमता में भी सुधार होगा। इस नए भवन में आधुनिक कार्यालय कक्ष, पुस्तकालय, वेटिंग एरिया, और डिजिटल सुविधाओं से युक्त अधिवक्ता चैंबर्स शामिल हैं, जो कानूनी कार्यों को अधिक कुशल और व्यवस्थित बनाएंगे।
प्रगति और न्याय का संगम
मुख्य न्यायाधीश श्री गवई ने अपने संबोधन में कहा, “एक मजबूत न्यायिक ढांचा न केवल न्याय की गति को तेज करता है, बल्कि यह लोकतंत्र की नींव को भी सुदृढ़ करता है। प्रयागराज का यह नया अधिवक्ता भवन न्यायिक व्यवस्था के विकास का प्रतीक है।” केंद्रीय मंत्री श्री मेघवाल ने कहा कि सरकार न्यायिक ढांचे को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, और इस परियोजना का सफल क्रियान्वयन उसी दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।
अधिवक्ता समुदाय में उत्साह
उद्घाटन समारोह के बाद अधिवक्ता समुदाय ने इस विकास कार्य का स्वागत करते हुए न्यायपालिका और सरकार का आभार व्यक्त किया। अधिवक्ताओं ने इसे कार्यक्षमता बढ़ाने वाला कदम बताया, जो आने वाले वर्षों में न्याय वितरण प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने में सहायक होगा।
निष्कर्ष
प्रयागराज उच्च न्यायालय परिसर में अधिवक्ता चैंबर्स एवं मल्टीलेवल पार्किंग का उद्घाटन एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह परियोजना न केवल भौतिक अवसंरचना को सुदृढ़ करती है, बल्कि न्यायपालिका और अधिवक्ताओं के बीच कार्य के समन्वय को भी एक नई दिशा प्रदान करती है। यह अवसर न्याय, विकास और उत्तरदायित्व के आदर्शों का प्रतीक बन गया है।