लखनऊ के गाजीपुर थाने में वृद्ध ने पोते के खिलाफ नशीली दवा खिला कर 21 लाख रुपए हड़पने के साथ ही करोड़ों रुपए कीमत की जमीन की रजिस्ट्री कराने का मुकदमा दर्ज कराया है। बुजुर्ग का आरोप है कि पोता इलाज के बहाने मुंबई ले गया। जहां उन्हें नशीली गोलियां दवा देता रहा। एसीपी गाजीपुर के आदेश पर थाना पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है।
इन्दिरानगर सी-ब्लॉक निवासी बुजुर्ग त्रिवेणी प्रसाद पांडेय की इन्दिरानगर शंकरपुरवा चौराहे के पास चार हजार वर्ग फीट में 13 दुकानें हैं। उनके मुताबिक कुछ वक्त पहले पोता हर्ष पांडेय मिलने आया और इलाज के बहाने मुंबई ले गया। मुंबई पहुंचने के बाद वह और ज्यादा बीमार हो गए।
डॉक्टर को दिखाने के बाद उन्हें दवा के नाम पर कई गोलियां खिलाई जाती रहीं। जिनसे फायदा होने के बजाए और तबीयत बिगड़ने लगी। कुछ गड़बड़ी की आशंका पर बेटी की मदद से लखनऊ आया और पुलिस से शिकायत की।त्रिवेणी का आरोप है कि इस दौरान पोता हर्ष ने कई चेक पर हस्ताक्षर करा लिए। जिनका इस्तेमाल करते हुए 19 अगस्त से 28 सितंबर 2022 के बीच मेरे तीन खातों से करीब 21 लाख रुपए निकाल गए। 29 अक्टूबर को हर्ष पांडेय दादा को मुंबई से लेकर लखनऊ आया। रजिस्ट्रार कार्यालय ले जाकर आरोपी ने शंकरपुरवा स्थित जमीन का दान विलेख अपने पक्ष में करा लिया।
इसके बाद उन्हें वापस मुंबई ले गया। 14 नवंबर को आरोपी ने बुआ अनीता और चचेरे भाई कुशाग्र को मेरी तबीयत खराब होने की जानकारी दी। अनीता और कुशाग्र मुंबई पहुंचे। जहां हालत सुधरने के बाद त्रिवेणी प्रसाद ने पोते की हरकत के बारे में बताया। हर्ष के कारनामे जानने के बाद परिवार वाले त्रिवेणी प्रसाद को लखनऊ ले आए।वृद्ध के अनुसार पोते हर्ष पांडेय के साथ उसकी पत्नी पूजा तिवारी, ससुर जय प्रकाश तिवारी व चार अन्य लोग भी फर्जीवाड़े में शामिल हैं। त्रिवेणी प्रसाद ने लखनऊ आने के बाद एसीपी गाजीपुर से मुलाकात कर उन्हें घटना की जानकारी दी। उनके निर्देश पर गाजीपुर थाने में हर्ष पांडेय, पूजा, जय प्रकाश और उसके चार साथियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।