आज अखिल भारतीय मौर्य महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय मौर्या ने बताया की पूरा विश्व तथागत बुद्ध को मानता है। लेकिन जिस देश में तथागत बुद्ध का जन्म हुआ, वहीं पर उनका अपमान किया जा रहा है। मैं किसी की महानता को कम नहीं कर रहा हूं ।लेकिन जरा सोचो अभी तक विश्व में सबसे ऊंची प्रतिमा होने का गौरव चीन में बनी प्रतिमा स्प्रिंग टेंपल बुद्धा 153 मीटर की ऊंचाई थी। दूसरी विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा म्यामांर मैं बनी लेक्यून सेट कियार 116 मीटर थी ।तीसरी विश्व में सबसे ऊंची प्रतिमा जापान में बनी उसिकु दायबुतसु 110 मीटर की थी ।लेकिन 31 अक्टूबर 2018 को भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी ने सरदार पटेल की 182 मीटर की प्रथमा लगाकर तथागत गौतम बुद्ध को जो विश्व में सबसे ऊंची प्रतिमा होने का गौरव प्राप्त हुआ था ।उसे समाप्त कर दिया है ,ऐसा करके भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी ने विश्व को शांति का संदेश देने वाले तथागत बुद्ध का अपमान किया है ।और साथ ही साथ तथागत बुद्ध को मानने वाले विश्व के करोड़ों अनुयायियों की भावना को ठेस पहुंचाई है ।सोचने की बात यह है कि जब हमारे देश में महामहिम राष्ट्रपति ,माननीय प्रधानमंत्री ,माननीय मंत्री गण जब विदेश जाते हैं तो तथागत बुद्ध की प्रतिमा साथ लेकर जाते हैं ।और वहां जाकर कहते हैं कि हम तथागत बुद्ध सम्राट अशोक की धरती से आए हैं ।
अखिल भारतीय मौर्य महासभा भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी से यह मांग करती है कि तथागत बुद्ध को जो विश्व में सबसे ऊंची प्रतिमा होने का गौरव प्राप्त था। उसे पुणे दिलाने हेतु भारत में तथागत बुद्ध की प्रतिमा सरदार पटेल जी की प्रतिमा से भी ऊंची बनाई जाए। ना तो आने वाले चुनाव में तथागत बुद्ध के करोड़ों अनुयायियों के साथ तथागत बुद्ध के वंशज शाक्य, मौर्य, सैनी, कुशवाहा समाज आप को माफ नहीं करेंगे।
अखिल भारतीय मौर्य महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय मौर्या ने भारत सरकार से मांग रखी है कि बुद्ध की प्रतिमा से ऊंची कोई प्रतिमा नहीं होनी चाहिए ।भारत में सबसे पुरानी व सबसे ऊंची प्रतिमा है ।भगवान गौतम बुद्ध की उसका अपमान न किया जाए।