बिहार में अपने परिवार के जिस सदस्य को मरा मानकर घरवालों ने अंतिम संस्कार किया, वह जी उठा. मृतक के नंबर से जब व्हाट्सप्प पर वीडियो कॉल आया तो घरवाले असमंजस की स्थिति में आ गए. उन्हें यकीन नहीं हुआ कि वे जिसका दाह कर्म करके घर लौटे थे, वह अचानक कैसे जिंदा हो गया और फोन चलाने लगा. दरअसल यह पूरा मामला पुलिस और परिवार की लापरवाही का है. पुलिस को एक लावारिस लाश मिली थी. पुलिस ने लाश की तफ्तीश करने को कहा तो एक शख्स ने कहा कि यह लाश उनकी बेटी की है. पुलिस ने बिना जाने-बूझे लाश को सौंप दिया और घरवालों ने बिना चेहरे देखे, अंतिम संस्कार भी कर दिया. हैरान करने वाली बात ये है कि जिस लड़की का अंतिम संस्कार किया था, उसी ने फोन कर दिया. पहले तो घरवाले हिल गए कि ये कौन है.
हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक पूर्णिया जिले के वानीपुर थाना इलाके में मंगलवार को एक लड़की की लाश अकबरपुर के डढ़वा गांव में मिली थी. बिशनपुर गांव के रहने वाले विनोद मंडल ने कहा था कि ये लाश उनकी बेटी की है. पोस्टमार्टम के बाद उन्होंने दाह संस्कार भी कर दिया. शुक्रवार को जिस बेटी की लाश उन्होंने जलाई थी,उसी ने वीडियो कॉल कर दिया. कहा कि वह जिंदा है. परिजन भी हैरान रह गए कि ऐसा कैसे हुआ. विनोद मंडल के घरवालों का कहना है कि उनकी बेटी अपने प्रेमी के साथ घर से भाग गई थी. परिजन मान रहे थे कि उसकी मौत हो गई. उसी लड़की ने अपने जिंदा होने की जानकारी घरवालों को दी तो लोग हैरान रह गए. अब पुलिस की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं.