कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके वरिष्ठ राजनेता गुलाम नबी आजाद के पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमले जारी हैं। उनका कहना है कि राहुल संगठन के लिए ठीक नहीं है, बल्कि वह केवल धरना के लिए बेहतर हैं। खास बात है कि शुक्रवार को अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के नाम लिखे पत्र में भी आजाद ने वायनाड सांसद पर जमकर सवाल उठाए थे।
आजाद ने कहा कि राहुल केवल फोटो ऑप और धरना के लिए अच्छे हैं, लेकिन संगठन के लिए नहीं। उन्होंने कहा, ‘मुझे किसे जिम्मेदार मानना चाहिए? मुझे राहुल को जिम्मेदार बताना पड़ेगा, क्योंकि उन्होंने कोई प्रयास नहीं किए। मेरा मकसद पत्र में सबकुछ लिख देना और आगे बढ़ जाना था। लेकिन पार्टी ने झूठे आरोप लगाकर मुझे उकसाने की कोशिश की।’
उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी में संगठन को दोबारा तैयार करने में ध्यान की कमी है। वह फोटो ऑप्स, धरना और रैलियों के लिए अच्छे हैं।’ आजाद का कहना है कि कांग्रेस के हर व्यक्ति को पता है कि फैसलै राहुल या उनके सिक्युरिटी गार्ड्स और पीए की तरफ से लिए जाते हैं। इस दौरान जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने 2019 लोकसभा चुनाव अभियान का जिक्र किया और कहा कि उन्होंने राहुल के ‘चौकीदार चोर है’ एजेंडा का समर्थन नहीं किया था।
आजाद ने भाजपा के साथ तालमेल से इनकार कर दिया है। साथ ही उन्होंने दावा किया है कि पार्टी के नेता ही ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ अभियान में मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं यह एजेंडा पूरा नहीं कर रहा हूं। अगर मैं भाजपा का एजेंडा पूरा कर रहा होता, तो मैं 9 सालों से बदलाव का सुझाव और अनुरोध नहीं कर रहा होता।’
कांग्रेस के साथ करीब 5 दशक के संबंध खत्म करने वाले आजाद जम्मू और कश्मीर में नई सियासी पारी शुरू करने की तैयारी में है। खबर है कि वह राज्य में नई पार्टी बनाने जा रहे हैं। खबरें आई थी कि 20 दिनों में वह पार्टी का गठन कर सकते हैं।