गाज़ीपुर:मृतक पशुओं के शव को पिछले कई महीनों से नोच रहे कुत्ते ग्राम प्रधान सचिव बेखबरमृतक पशुओं के शव को पिछले कई महीनों से नोच रहे कुत्ते ग्राम प्रधान सचिव बेखबर

गाज़ीपुर: जलालाबाद मे बने गौशाला में मर रहे पशुओं की चर्चा बच्चो से सुन कर समाज सेवी राजकुमार मौर्य ने जलालाबाद में बने गौशाला का निरीक्षिण किया गया तो लोगों ने बताया कि कि यहां पर जब पशु कोई मरता है तो उसको इसी तरह से फेंक देते हैं और उनके शव को कुत्ते नोचते हैं इसकी पुष्टि करने के लिए अपने साथी हिमांशु मौर्य के साथ गौशाला का भ्रमण किया गया तो पाया गया कि जो बाहर लोगों में चर्चा है वह सत् प्रतिशत सही है आधा दर्जन से अधिक मृतक पशु इस तरह खुले में पड़े हैं कुछ पशु तो पूरी तरह से सड़ चुके हैं जिनके शव को भी पहचानना मुश्किल है वही दूसरी तरफ ऊपर भी कई पशुओं के शव बिखरे पड़े हैं समाजसेवी राजकुमार मौर्य ने इसकी सूचना वीडियो को टेलीफोन के माध्यम से दी । व विस्तृत रूप से बताया गया कि मृत पशुओं को भी सम्मानजनक संस्कार नहीं हो पा रहा है और उनके शव को कुत्ते घसीट रहे हैं वीडियो साहब ने भी चौंकाने वाला बयान दिया उन्होंने भी बताया कि मुझे ऐसी जानकारी नहीं है इसकी जांच की जाएगी वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए सीडीओ गाज़ीपुर ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए बताया कि वीडियो को संज्ञान में आज लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी कार्रवाई की जाएगी
मृतक पशुओं से महज 50 मीटर की दूरी पर छोटे बच्चे क्रिकेट मैच का अभ्यास करते हैं उन्होंने बताया कि यह बहुत दिनों से इसी तरह से है जब उधर से हवा आती है तो हम लोग खेल बंद कर देते हैं क्योंकि सांस लेना मुश्किल हो जाता है इसकी सूचना कई बार ग्राम प्रधान हरिशंकर चौहान को दी गई थी लेकिन ग्राम प्रधान ने इसको अनदेखा कर दिया ग्राम प्रधान के इस लापरवाही के कारण 50 बच्चो पर गंभीर बीमारी का खतरा मंडराने लगा है ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गो- वंशों व उनके रहने के स्थान यानि गो-आश्रय स्थलों को लेकर लगातार सख्ती के साथ निर्देश देते जा रहे हैं। बीते अप्रैल महीने में भी अफसरों के साथ बैठक करते हुए राज्य के सभी गो-आश्रय स्थानों के निरीक्षण को लेकर कड़े निर्देश जारी किए थे। इसके बाद मंगलवार को एक बार फिर उन्होंने गौ-आश्रय स्थलों की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।
बेलगाम हुए ग्राम प्रधान एक बार भी नहीं सोचे की सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है गो वंश रक्षा और तमाम निर्देशों के बावजूद शासन प्रशासन को ठेंगा दिखा रहे ग्राम प्रधान व सचिव

मृतक हुए पशुओं को नहीं मिल रहा सम्मान उनके शव को आवारा कुत्ते नोच नोच कर खा रहे सांस लेना भी दुर्बल हो रहा है स्थानी लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती हैमृतक पशुओं के शव को पिछले कई महीनों से नोच रहे कुत्ते ग्राम प्रधान सचिव बेखबर वीडियो साहब ने भी दिया गोल मटोल जवाब


जलालाबाद गाज़ीपुर जलालाबाद मे बने गौशाला में मर रहे पशुओं की चर्चा बच्चो से सुन कर समाज सेवी राजकुमार मौर्य ने जलालाबाद में बने गौशाला का निरीक्षिण किया गया तो लोगों ने बताया कि कि यहां पर जब पशु कोई मरता है तो उसको इसी तरह से फेंक देते हैं और उनके शव को कुत्ते नोचते हैं इसकी पुष्टि करने के लिए अपने साथी हिमांशु मौर्य के साथ गौशाला का भ्रमण किया गया तो पाया गया कि जो बाहर लोगों में चर्चा है वह सत् प्रतिशत सही है आधा दर्जन से अधिक मृतक पशु इस तरह खुले में पड़े हैं कुछ पशु तो पूरी तरह से सड़ चुके हैं जिनके शव को भी पहचानना मुश्किल है वही दूसरी तरफ ऊपर भी कई पशुओं के शव बिखरे पड़े हैं समाजसेवी राजकुमार मौर्य ने इसकी सूचना वीडियो को टेलीफोन के माध्यम से दी । व विस्तृत रूप से बताया गया कि मृत पशुओं को भी सम्मानजनक संस्कार नहीं हो पा रहा है और उनके शव को कुत्ते घसीट रहे हैं वीडियो साहब ने भी चौंकाने वाला बयान दिया उन्होंने भी बताया कि मुझे ऐसी जानकारी नहीं है इसकी जांच की जाएगी वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए सीडीओ गाज़ीपुर ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए बताया कि वीडियो को संज्ञान में आज लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी कार्रवाई की जाएगी
मृतक पशुओं से महज 50 मीटर की दूरी पर छोटे बच्चे क्रिकेट मैच का अभ्यास करते हैं उन्होंने बताया कि यह बहुत दिनों से इसी तरह से है जब उधर से हवा आती है तो हम लोग खेल बंद कर देते हैं क्योंकि सांस लेना मुश्किल हो जाता है इसकी सूचना कई बार ग्राम प्रधान हरिशंकर चौहान को दी गई थी लेकिन ग्राम प्रधान ने इसको अनदेखा कर दिया ग्राम प्रधान के इस लापरवाही के कारण 50 बच्चो पर गंभीर बीमारी का खतरा मंडराने लगा है ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गो- वंशों व उनके रहने के स्थान यानि गो-आश्रय स्थलों को लेकर लगातार सख्ती के साथ निर्देश देते जा रहे हैं। बीते अप्रैल महीने में भी अफसरों के साथ बैठक करते हुए राज्य के सभी गो-आश्रय स्थानों के निरीक्षण को लेकर कड़े निर्देश जारी किए थे। इसके बाद मंगलवार को एक बार फिर उन्होंने गौ-आश्रय स्थलों की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।
बेलगाम हुए ग्राम प्रधान एक बार भी नहीं सोचे की सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है गो वंश रक्षा और तमाम निर्देशों के बावजूद शासन प्रशासन को ठेंगा दिखा रहे ग्राम प्रधान व सचिव

मृतक हुए पशुओं को नहीं मिल रहा सम्मान उनके शव को आवारा कुत्ते नोच नोच कर खा रहे सांस लेना भी दुर्बल हो रहा है स्थानी लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है