गौतमबुद्ध नगर: टप्पल में गरजा यमुना अथॉरिटी का पीला पंजा, करोड़ों की जमीन हुई अतिक्रमण मुक्त- यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (YEIDA) ने अपने अधिसूचित इलाके में शुक्रवार की सुबह बड़ी कार्यवाही की है। प्राधिकरण का अमला बुलडोजर लेकर अलीगढ़ जिले में टप्पल कस्बे के पास पहुंचा।
यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे अलीगढ़ जिले के तमाम गांव यमुना अथॉरिटी के अधिसूचित इलाके में हैं। बिल्डरों, भूमाफियाओं और कॉलोनाइजरों ने गठजोड़ करके टप्पल ग्राम पंचायत को नगर पंचायत घोषित करवा दिया। यह फैसला लेने से पहले यमुना अथॉरिटी से जरूरी अनापत्ति नहीं ली गई। दरअसल, टप्पल ग्राम पंचायत का पूरा इलाका यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में है। राज्य सरकार ने यमुना प्राधिकरण को इस इलाके में विकास योजनाएं संचालित करने का अधिकार दिया है। टप्पल नगर पंचायत घोषित होते ही बिल्डरों और कॉलोनाइजरों ने वहां बड़ी-बड़ी कॉलोनी बसानी शुरू कर दीं। नगर पंचायत से नक्शे पास करवाने लगे।
टप्पल नगर पंचायत के अस्तित्व में आते ही यमुना प्राधिकरण ने शासन से शिकायत की और पिछले महीने राज्य सरकार ने टप्पल नगर पंचायत को खत्म करके सरकार ने टप्पल को पुनः ग्राम पंचायत घोषित कर दिया है और उसका पूरा क्षेत्र यमुना प्राधिकरण में समाहित किया। अब प्राधिकरण ने तमाम कॉलोनियों को अवैध घोषित करते हुए एक्शन लेना शुरू किया है। शुक्रवार की सुबह यमुना प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी शैलेंद्र सिंह के नेतृत्व में पुलिस और अफसरों की टीम टप्पल पहुंची। वहां यमुना एक्सप्रेसवे के आसपास के इलाके में बनाई गई कॉलोनियों को ध्वस्त किया जा रहा है। प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की शाम तक अतिक्रमण विरोधी दस्ता काम करेगा और करोडों रुपए की जमीन अतिक्रमण मुक्त करवाएगा।