गौतमबुद्ध नगर : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण प्रस्ताव शासन को भेजा गया, 76 % किसानों ने दी मंजूरी
ग्रेटर नोएडा के जेवर में बन रहे देश के सबसे बड़े नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) के दूसरे चरण के लिए 76.67 प्रतिशत किसानों की ओर से सहमति मिल चुकी है। अब जिला प्रशासन ने 6 गांवों की 1,365 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण करने के लिए प्रस्ताव शासन के पास मंजूरी के लिए भेज दिया है। इन सभी 6 गांवों करौली बांगर, दयानतपुर, कुरैब, रन्हेरा, मुढरह और बीरमपुर में भूमि अर्जन का प्रस्ताव शासन को भेजे जाने के बाद किसी तरह की जमीन खरीद-फरोख्त पर पूरी तरह से रोक लग गई है। दूसरे चरण में एमआरओ और एक रन-वे बनाया जाना है।
एमआरओ हब के लिए इस जमीन की जरूरत
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एमआरओ जब बनने के बाद देश के सभी विमानों का रखरखाव, मरम्मत और ऑपरेशन का कार्य यहीं होने लगेगा। एमआरओ हब के पास ही हवाई जहाज के कलपुर्जे बनाने वाली कंपनी भी लगेंगी।
इसके लिए 1,365 हेक्टेयर जमीन की जरूरत पड़ेगी। यह जमीन आसपास के 6 गांवों करौली बांगर, दयानतपुर, कुरैब, रन्हेरा, मुढरह और बीरमपुर में अधिग्रहीत की जाएगी। इसके लिए प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है।गांवों में 7,164 किसानों से जमीन ली जाएगी भूमि अधिग्रहण करने के लिए नए अधिनियम की धारा-11 की कार्रवाई की जाएगी। 6 गांवों में कुल 1,938 गाटा संख्या है। 1,185 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होगा। बाकी 180 हेक्टेयर जमीन सरकारी ग्राम सभाओं की है। इन 6 गांवों में 7,164 प्रभावित भू-स्वामी हैं। इनमें से 76.67 प्रतिशत किसान जमीन देने के लिए सहमति दे चुके हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक 30 नंवबर, 2023 तक रन-वे का काम पूरा हो जाएगा। 15 दिसंबर, 2024 तक टर्मिनल बिल्डिंग में बिजली सप्लाई शुरू हो जाएगी। रन-वे और टर्मिनल का काम पूरा हो जाने के बाद नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रन-वे पर हवाई जहाजों का ट्रायल शुरू हो जाएगा। 01 अप्रैल, 2024 से हवाई जहाज देश-विदेश के लिए उड़ान भरना शुरू करेंगे।
निर्माण चलते एक साल बीता
जेवर के पास एयरपोर्ट का निर्माण 30 सितंबर 2021 को शुरू हुआ था। टर्मिनल के बाहरी कोर्ट की सीढ़ियों में वाराणसी और हरिद्वार के नामी घाटों की झलक दिखाई देगी। टर्मिनल भवन को इस तरह से बनाया जाएगा कि धूप टर्मिनल के अंदर तक पहुंचेगी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में फिलहाल दो टर्मिनल बनेंगे। जिनमें एक टर्मिनल से हर साल 30 मिलियन यात्री प्रवेश करेंगे। टर्मिनल-2 से हर साल 40 मिलियन यात्री आवागमन करेंगे। इन दोनों टर्मिनल को इस तरह से बनाया जा रहा है कि आपस में जुड़ जाएं। जब से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण ने रफ्तार पकड़ी हैं तब से निर्माण कार्य समय से पहले पूरा होने की उम्मीद जग गई है।