लखनऊ के मोहनलालगंज निवासी एक किशोरी भाई से झगड़ा कर परिचित के साथ चली गई। जिसने नौकरी दिलाने का झांसा देकर उन्नाव दोस्त के पास ले गया। जिसके बाद दोनों ने उसे एक फैक्ट्री में छह दिन तक बंधक बनाकर गैंग रेप किया। फैक्ट्री के एक कर्मचारी की सूचना पर पिता बेटी घर ले गए। जिसके बाद उन्होंने गैंग रेप का मुकदमा दर्ज करया। पुलिस एक आरोपी को हिरासत में लेकर दूसरे की तलाश कर रही है।
परिजनों के मुताबिक 11 सितंबर को बेटी घर में घरेलू विवाद के बाद संदिग्ध हालात में लापता हो गई। जिसके बाद मोहनलालगंज थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई।
16 सितंबर को एक अनजान नंबर से बेटी के उन्नाव की एक फैक्ट्री में होने का फोन आया। जिस पर उसको वहां से बेसुध हालत में घर लाया गया।
घर पर बेटी की चुप्पी से अनहोनी की आशंका होने पर उससे पूछताछ की गई। जिस पर उसने अपनी मां को बताया कि छोटे भाई से झगड़ा होने पर वह घर से चली गई थी।
रास्ते में उसे पड़ोसी के घर आने वाला उन्नाव के समाधा निवासी नागेश मिला। उसने प्लाईवुड फैक्ट्री में नौकरी दिलाने के बहाने साथ ले गया।
उसके बाद गोपालखेड़ा स्थित प्लाई की फैक्ट्री में बाराबंकी निवासी शरीफ के पास ले गया। फैक्ट्री परिसर में बने कमरे में दोनों ने गलत काम किया।
परिजनों का आरोप है कि पुलिस चार दिन तक मामले को दबाए रही। जब मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो हरकत में आई और रिपोर्ट दर्ज की।
इंस्पेक्टर संतोष आर्य ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर एक आरोपी नागेश को पकड़ा गया है। दूसरे की तलाश की जा रही है। साक्ष्यों और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।