स्पोर्ट्स डेस्क : इंग्लैंड को पांच मैचों की टी20 सीरीज के अंतिम और निर्णायक मुकाबले में हराकर भारत ने टी20 सीरीज 3-2 से अपने नाम की। पांचवें मैच में केएल राहुल को टीम में जगह नहीं दी गई और कप्तान विराट कोहली उनकी जगह बल्लेबाजी करने उतरे थे। इस बारे में बात करते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने कहा, भारत छह गेंदबाजों के साथ उतरा और ऐसा करने के लिए उसे केएल राहुल को ड्राॅप करने का विकल्प था। लेकिन उन्हें एक और मौका मिलना चाहिए था।
इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में केएल राहुल का बल्ला नहीं चला। सीमित ओवरों के खेल में भारत के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक केएल राहुल 4 मैचों में मात्र 15 रन ही बना सके थे। शायद यही कारण था की उन्हें पांचवें मैच में प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली थी। केएल राहुल ने चार टी20 मैचों में क्रमश: 1, 0,0 और 14 रन बनाए।
एक स्पोर्ट्स वेबसाइट से बातचीत के दौरान गौतम गंभीर ने कहा कि राहुल को एक और मौका मिलना चाहिए था। गंभीर ने कहा, भारतीय टीम 6 गेंदबाजों के साथ उतरी, मैं इस बात से पूरी तरह सहमत हूं। चूंकि भारतीय टीम को हमेशा एक गेंदबाज की जरूरत थी और उनके पास सिर्फ एक रास्ता था कि वह केएल राहुल को ड्रॉप करें और एक गेंदबाज को चुनें। और उन्होंने यही किया।
पूर्व क्रिकेटर ने कहा, अच्छा तो यह होता कि वह केएल राहुल को एक और मौका देते लेकिन फिर वह छह गेंदबाजों के साथ नहीं उतर सकते थे। गंभीर ने कहा, किसी को ड्रॉप करने से उन्हें फायदा नहीं होता। राहुल को तीनों वनडे मैच खेलने चाहिए। अगर कोई फॉर्म में नहीं है तो उसे फॉर्म में लाने का एक ही तरीका है कि उसे और मौके दिए जाएं। जब आप बैंच पर बैठे होते हैं तो आप अच्छा महसूस नहीं कर रहे होते। क्योंकि आप जानते हैं कि आपको ड्रॉप किया गया है और यह फीलिंग अच्छी नहीं होती।