पार्कों में योग की ट्रेनिंग दी जाएगी। एक मार्च से आवास विकास, नगर निगम की तरफ से चिह्नित पार्कों में इसका आयोजन किया जाएगा। सुबह 6.15 से 7 बजे तक व 7.15 से 8 बजे तक योग प्रशिक्षक योगाभ्यास कराएंगे। इसको लेकर एमओयू और बाकी तैयारी कर ली गई है।
प्रदेश के नगर विकास मंत्री एके शर्मा एवं आयुष, खाद्य सुरक्षा व औषधि प्रशासन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ की उपस्थिति में नगर विकास और आयुष विभाग के बीच तथा आवास एवं शहरी नियोजन और आयुष विभाग के बीच इसको लेकर समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित किया गया।
नगरीय निकायों व आवास एवं शहरी नियोजन के स्वामित्व वाले चिन्हित पार्कों में 1 मार्च से प्रतिदिन योग दिवस कार्यक्रम कराने के लिए तीनों विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की जिम्मेदारी निर्धारित की गई है।
एके शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन ‘सबको मिले असानी से चिकित्सकीय सेवाएं और इलनेश से वेलनेस की तरफ हमारी सोच बढ़े’पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नगरीय पार्कों एवं उद्यानों में ऐसे कार्यक्रम होने से पार्कों का सदुपयोग एवं संरक्षण होगा तथा पार्क साफ-सुथरे भी बने रहेंगे। ऐसे कार्यक्रमों से लोगों में सुबह की दिनचर्या में बदलाव आएगा और उन्हें एक ही स्थान पर योग का प्रशिक्षण तथा आयुष चिकित्सा का लाभ मिलेगा। इससे लोगों की क्वालिटी ऑफ लाइफ बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में 2000 से ज्यादा योग के प्रशिक्षक हैं। इनके हुनर का लाभ आमजन को मिलेगा।
आयुष विभाग नगरीय पार्कों में दो चरणों में योग दिवस एवं आयुष चिकित्सा पद्धति कार्यक्रम 1 मार्च से नगर विकास विभाग एवं आवास एवं शहरी नियोजन विभाग की सहायता से संचालित करेगा। ग्रीष्मकाल में प्रातः 6 .15 से 7 बजे तक तथा 7.15 से 8 बजे तक तथा शीतकाल में प्रातः 7.15 से 8 जे तक एवं 8.15 से 9 बजे तक योग प्रशिक्षकों के माध्यम से योगाभ्यास कार्यक्रम चिन्हित पार्कों में आयोजित किया जायेगा।