पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों से खेल हुनर को तराशने व गरीब घरों के बच्चों को ओलिंपियन बनाने का लक्ष्य रखने वाली पांच जैब फाउंडेशन पंजाबी डिग्रियों के लिए एक नई उम्मीद की किरण पैदा करेगी। यह फाउंडेशन खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की कोचिग, आधुनिक खेल सुविधाएं व वजीफा प्रणाली व अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाएगी। यह बात अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज जगदीश सिंह घुम्मन ने कही।
उन्होंने बताया कि फाउंडेशन की पहली कतार में तीन शख्सीयत को जिम्मेवारी दी गई है। सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर आनरेरी कैप्टन स्वर्ण सिंह घुम्मन, खेल प्रमोटर जगरूप सिंह जरखड़ व प्रिंसिपल बलवंत सिंह संधू चक्र को फाउंडेशन का डायरेक्टर नियुक्त किया है। यह तीन शख्सीयतें लंबे समय से खेल क्षेत्र से जुड़ी हुई है। पिछले कई वर्षाें से ग्रामीण इलाकों में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी पैदा करके देश का नाम रोशन कर रही है।
16 सिख रेजिमेंट से संबंध रखने वाले सूबेदार मेजर आनरेरी कैप्टन स्वरण सिंह घुम्मन खुद एथलेटिक्स व बास्केटबाल के नामी खिलाड़ी रह चुके हैं। कारगिल की लड़ाई समय भी उन्होंने अपनी रेजीमेंट की ओर हिस्सा लिया। उन्होंने अपने बेटे जगदीप सिंह को प्रोफेशनल बाक्सिग में अंतरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बनाया। सेवानिवृत्ति के बाद वह खिलाड़ियों को तराशने में जुटे हुए हैं। उन्होंने अपने गांव तलवाड़ा कपूरथला में भी बाक्सिग शुरू करवाई है। जिसमें पचास से अधिक बच्चे मुक्केबाज के गुरसिख रहे हैं। जगरूप सिंह जरखड़ अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल लेखक हैं। प्रिंसिपल बलवंत सिंह संधू गुरु गोबिद सिंह खालसा कालेज फार वूमेन कमालपुरा में बतौर पि्रंसिपल सेवाएं निभा रहे हैं और चक्र में 2005 में बाक्सिग का ऐसा पौधा लगाया कि अब सैंकड़ों बाक्सिग खिलाड़ी पैदा किए है। अपने खिलाड़ियों को ओलंपिक में पहुंचाने का लक्ष्य है।