पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत नाजुक लेकिन स्थिर बनी हुई है। 84 साल के प्रणब मुखर्जी दिल्ली स्थित आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती है। खून का थक्का बनने के कारण 10 अगस्त (सोमवार) को पूर्व राष्ट्रपति के मस्तिष्क की सर्जरी की गयी थी। सर्जरी से पहले उनमें कोविड-19 की भी पुष्टि हुई थी। मुखर्जी जुलाई 2012 से 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहे। आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक प्रणब दा की स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है और वो वेंटिलेटर पर हैं। उनका ब्लड प्रेशर-खून की गति भी स्थिर है। वहीं, प्रणब मुखर्जी की चिकित्सा स्थिति को लेकर अफवाहें भी फैल रही हैं, जिसका उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने खंडन किया है।
प्रणब मुखर्जी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने उनकी सेहत को लेकर उड़ रही अफवाहों पर नाराजगी व्यक्त की है। शर्मिष्ठा ने ट्वीट किया, ‘मेरे पिता के हालत के बारे में अफवाहें झूठी हैं। सभी से अनुरोध है, खासतौर पर मीडिया से कि वह मुझे कॉल नहीं करें, क्योंकि मेरे फोन पर अस्पताल से मेरे पिता की सेहत के अपडेट आ रहे हैं।’
उनकी बेटी और कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपने पिता के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हुए कहा कि ईश्वर उनके लिए सब कुछ अच्छा करेगा। उन्होंने ट्वीट किया कि पिछले साल 8 अगस्त का दिन मेरे लिए सबसे खुशी के दिनों में से एक था क्योंकि मेरे पिता को भारत रत्न मिला था। ठीक एक साल बाद 10 अगस्त को वह गंभीर रूप से बीमार हो गये। ईश्वर उनके लिए सबकुछ अच्छा करे और मुझे जीवन की खुशियों एवं दुखों को समान भाव से स्वीकार करने की ताकत प्रदान करे। मैं अपने पिता के लिए चिंता करने वाले सभी लोगों का धन्यवाद करती हूं।
आपको बता दें कि तीन दिन पहले ही प्रणब मुखर्जी ने खुद ट्वीट कर जानकारी दी थी कि वो कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्हें अस्पताल में ब्रेन सर्जरी के लिए भर्ती कराया गया था, जहां ये सर्जरी खून के थक्के हटाने के लिए की गई। टेस्टिंग के दौरान ही उनकी कोरोना वायरस जांच रिपोर्ट पॉजिटव आई।