विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला (Foreign Secretary Harsh Vardhan Shringla) ने कहा है कि यूक्रेन संकट पर भारत का रुख स्थिर-स्थायी रहा है और हर तरह से यह विश्वास किया जाना चाहिए कि भारत सभी संबंधित पक्षों के संपर्क में है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के रुख का उल्लेख करते हुए श्रृंगला ने कहा कि हमने यह स्पष्ट तौर पर बता दिया कि लोगों की जानें जाना स्वीकार्य नहीं है।
गौरतलब है कि रूस के खिलाफ लाए गए निंदा प्रस्ताव में भारत ने वोटिंग नहीं की थी, लेकिन अपने वक्तव्य में उसने रूस को यह नसीहत अवश्य दी थी कि किसी भी देश की संप्रभुता और अखंडता को हिंसा और आक्रामकता के जरिये खंडित करने की कोशिश नहीं होनी चाहिए।
श्रृंगला ने कहा कि सुरक्षा परिषद में हमने यह संदेश दिया कि भारत यूक्रेन के घटनाक्रम पर दुखी है, लेकिन इसके साथ ही यह भी साफ कर दिया गया कि कूटनीति और बातचीत ही एकमात्र विकल्प है। निश्चित रूप से अपने इस रुख के जरिये भारत ने चीजें साफ कर दी हैं। विदेश सचिव ने कहा कि भारत सभी पक्षों के संपर्क में है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपति से बातचीत की है। विदेश मंत्री भी तमाम वार्ताकारों के संपर्क में हैं।
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि वह खुद भी रूस और यूक्रेन के राजदूतों से रविवार को मिले हैं। जिस क्षेत्र में संघर्ष चल रहा है वहां न केवल भारत के हित जुड़े हुए हैं, बल्कि हमारे मित्र भी हैं। श्रृंगला से पूछा गया कि क्या भारत संकट को समाप्त करने के लिए कोई भूमिका अदा करेगा तो उन्होंने जवाब दिया-अगर हम कोई भूमिका निभा सकते हैं तो हम इसके लिए तैयार हैं।