US और रूस के विदेश मंत्री यूक्रेन जंग के दौरान पहली बार मिले , 10 मिनट बातचीत हुई

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने नई दिल्ली में हुई G20 बैठक से इतर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात की। 10 मिनट हुई बातचीत का मुद्दा एक ही था- जंग को खत्म करना।रूस-यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद ये दोनों नेताओं की पहली मुलाकात है। इसके पहले दोनों नेता जनवरी 2022 में स्विट्जरलैंड के जेनेवा में मिले थे।मीटिंग के बाद ब्लिंकन ने कहा- मैंने सर्गेई लावरोव से कहा कि वो जंग को खत्म करें। अमेरिका ने यही बात UN में भी कही थी। बैठकर बातचीत करें और हल निकालें। G20 देशों के नेता भी चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच शांति हो। हम डिप्लोमेसी के जरिए जंग खत्म करने के पक्ष में हैं। इसके लिए हम यूक्रेन का समर्थन कर रहे हैं लेकिन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन इसमें कोई इंटरेस्ट नहीं दिखा रहे हैं।
G20 बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा-यूक्रेन से जारी जंग की वजह से रूस नहीं बल्कि वेस्टर्न वर्ल्ड अलग-थलग पड़ा है। कुछ देशों पर अमेरिका प्रेशर डाल रहा है कि वो रूस के खिलाफ UN में वोटिंग करें। ये देश दबाव में नहीं आए, क्योंकि वो पश्चिमी देशों का खेल समझते हैं। हमने UN चार्टर के मुताबिक ही काम किया है। UN सिक्योरिटी काउंसिल में जल्द से जल्द सुधार होने चाहिए।
पिछले हफ्ते रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने न्यू स्ट्रैटिजिक आर्म्स रिडक्शन ट्रीटी (START) से खुद को अलग कर लिया है। ये ट्रीटी अमेरिका और रूस के बीच 2010 में हुई थी। इसके तहत दोनों देशों पर न्यूक्लियर वेपन के इस्तेमाल को लेकर कुछ शर्तें और प्रतिबंध हैं। रूस ने इस ट्रीटी से अलग होकर इन शर्तों और प्रतिबंधों को मानने से इनकार कर दिया है।
मीटिंग के दौरान एंटनी ब्लिंकन ने सर्गेई लावरोव से इस फैलसे को बदलने की बात कही। उन्होंने कहा- ये एक गैरजिम्मेदाराना फैसला है। रूस को इसे बदलना चाहिए। इस पर एकमत होना दोनों देशों के हित में है। हम बड़ी न्यूक्लियर पॉवर्स हैं, इसलिए दुनिया भी में हमसे एकमत होने की उम्मीद करती है।