20 फरवरी विदेश मंत्री एस जयशंकर शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर माले पहुंचे और अपनी इस यात्रा के दौरान मालदीव के साथ भारत के लंबे समय से मजबूत रिश्तों का उल्लेख किया और दोनों देशों के बीच संबंधों को और आगे ले जाने की बात कही।
जयशंकर ने मालदीव के अपने समकक्ष अब्दुल्ला शाहिद के साथ द्विपक्षीय सहयोग समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की। साथ ही मालदीव को कोविड-19 टीके की एक लाख अतिरिक्त खुराक भी सौंपी।
दोनों विदेश मंत्रियों ने कोविड-19 महामारी की परिस्थितियों में सुधार और भारत की सहायता से तैयार परियोजनाओं के अलावा विभिन्न मंचों पर सहयोग को लेकर चर्चा की।
दोनों पक्षों ने मत्स्य प्रसंस्करण, सार्वजनिक प्रसारण, सतत शहरी विकास, सड़क के बुनियादी ढांचे और आवास समेत अन्य क्षेत्रों से संबंधित समझौतों को साझा किया, जिन पर दोनों देश मिलकर काम कर रहे हैं।
जयशंकर ने कहा कि ये समझौते दोनों देशों के बीच मजबूत और बहुआयामी विकास साझेदारी के प्रतीक हैं।
दो दिवसीय दौरे पर मालदीव आए जयशंकर ने विदेश मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री केराफा नसीम को कोविड-19 टीके की एक लाख अतिरिक्त खुराकें सौंपी।
जयशंकर ने कहा, ” समय द्वारा परखे गए हमारे संबंध आज नई ऊंचाइयों पर जा रहे हैं और लोगों के जीवन को इस प्रकार छू रहे हैं जैसा पहले कभी नहीं हुआ।”
मालदीव के विदेश मंत्री के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता के दौरान जयशंकर ने कहा, ” हम ना केवल विकास में बल्कि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने में भी साझेदार हैं।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ”पड़ोसी प्रथम की नीति” में मालदीव का केंद्रीय स्थान है।
भारतीय विदेश मंत्री ने कहा, ”भारत द्वारा कोविड-19 टीके की पहली एवं सबसे बड़ी सहायता मालदीव को मुहैया कराई गई। यह पहला देश था, जहां भारत ने सबसे पहले टीके की खेप भेजी।”
उन्होंने ट्वीट किया, ” एक असाधारण गहरी साझेदारी की पुष्टि हुई। विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद के साथ व्यापक चर्चा हुई। कोविड महामारी के दौरान हमारे करीबी सहयोग की सराहना की।”
बाद में, माले स्थित इकुवेनी स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान जयशंकर ने देश में खेल ढांचे को मजबूत करने के वास्ते मालदीव को चार करोड़ डॉलर की मदद की पेशकश की।
उन्होंने कहा कि मालदीव के लोगों में खेल के प्रति जबरदस्त लगाव और काबिलियत है।
विदेश मंत्री ने अपने संबोधन में कहा, ” भारत एक विश्वसनीय एवं भरोसेमंद साझेदार है।”
दो दिवसीय दौरे के दौरान वह मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से भी मुलाकात करेंगे।
जयशंकर देश के अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं से भी वार्ता करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों की व्यापक समीक्षा करेंगे।
दो देशों की यात्रा पर निकले जयशंकर मालदीव के बाद मॉरीशस भी जाएंगे।
मालदीव की मीडिया के मुताबिक, विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद, विदेश राज्य मंत्री अहमद खलील, विदेश सचिव अब्दुल गफूर मोहम्मद और भारत में मालदीव के उच्चायुक्त हुसैन नियाज ने वेलना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पहुंचने पर जयशंकर की अगवानी की।
शाहिद के निमंत्रण पर जयशंकर मालदीव के दौरे पर पहुंचे हैं। इस देश में यह उनका दूसरा आधिकारिक दौरा है।
मालदीव के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दो दिवसीय यात्रा के दौरान जयशंकर भारत की अनुदान सहायता से तैयार कुछ परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा, वह दोनों देशों के बीच होने वाले समझौता ज्ञापन समेत कई अन्य समझौतों के गवाह बनेंगे।