राजकुमार संतोषी की सुपरहिट फिल्म दामिनी को रिलीज हुए 30 साल हो गए हैं, लेकिन आज भी फिल्म के बारे में चर्चा की जाती है। फिल्म के एक्टर ऋषि कपूर ने कहा था कि वो भले ही फिल्म के लीड हीरो थे, लेकिन पूरी लाइमलाइट सनी देओल लूट ले गए थे।
ऋषि का कहना था कि फिल्म में उनका किरदार थोड़ा डिफेंसिव था जबकि सनी ने लाउड रोल किया था। यही वजह थी कि फिल्म खत्म होने के बाद सबसे ज्यादा सनी देओल की चर्चा की गई थी। ऋषि कपूर ने फिल्म में मीनाक्षी शेषाद्रि के पति का रोल किया था।
ऋषि कपूर ने दामिनी से जुड़े यादें अपनी किताब खुल्लम खुल्ला में शेयर की थी। उन्होंने कहा, ‘जब उन्हें फिल्म की कहानी सुनाई गई तो उस वक्त फिल्म के दो लीड किरदार थे। एक जो शराबी था और दूसरा एक वकील का कैरेक्टर था।
बाद में इन दोनों किरदारों को मर्ज कर दिया गया, जिसे सनी देओल ने निभाया था। ऋषि ने माना था कि उस वक्त सनी देओल उनकी तुलना में ज्यादा विश्वसनीय एक्टर थे।’
ऋषि कपूर ने अपनी किताब में लिखा कि उन्होंने फिल्म में जो रोल प्ले किया, वो काफी ज्यादा चुनौतीपूर्ण था। एक ऐसे आदमी का किरदार निभाना जो अपनी पत्नी और भाई के बीच में धर्मसंकट में फंस जाता है।
ऋषि के मुताबिक, उन्हें खुद का किरदार पहले ज्यादा प्रभावशाली लगा, लेकिन फिल्म देखने पर लगा कि सनी देओल ने सारा क्रेडिट ले लिया है। शायद दर्शकों को उनका किरदार ज्यादा बेहतर लगा।
फिल्म के प्रोड्यूसर्स ने ऋषि कपूर वाले रोल के लिए पहले जैकी श्रॉफ को अप्रोच किया था। लेकिन डायरेक्टर राजकुमार संतोषी से मतभेदों के चलते जैकी ने इस फिल्म को करने से इनकार कर दिया था और इसी वजह से ऋषि को ये फिल्म मिल गई। यह राजकुमार संतोषी के साथ ऋषि की आखिरी फिल्म थी।
दामिनी 1993 में रिलीज हुई थी। फिल्म की कहानी रेप जैसी गंभीर मुद्दे पर बेस्ड थी। फिल्म में सनी ने एक वकील की भूमिका निभाई थी। फिल्म में वह सेकंड हाफ के बाद आते हैं लेकिन दमदार डायलॉग और एक्टिंग के चलते सभी पर भारी पड़ते हैं।
उन्हें फिल्म में अपनी एक्टिंग के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला था। फिल्म में उनका डायलॉग तारीख पर तारीख और ये ढाई किलो का हाथ आज भी काफी फेमस है।
ऋषि कपूर ने 30 अप्रैल 2020 को दुनिया छोड़ दी। वो 67 साल के थे और ब्लड कैंसर से जूझ रहे थे। ऋषि कपूर ने 1970 में पिता राज कपूर की फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ से डेब्यू किया था। ऋषि कपूर ने बतौर लीड एक्टर 1973 में आई फिल्म ‘बॉबी’ से शुरुआत की थी।
अपने करियर में 1973-2020 तक उन्होंने तकरीबन 121 फिल्मों में काम किया था। उन्होंने 1998 में अक्षय खन्ना और ऐश्वर्या राय बच्चन स्टारर फिल्म ‘आ अब लौट चलें’ का डायरेक्शन भी किया।