मणिपुर विधानसभा से हाल में इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के पांच पूर्व विधायकों ने बुधवार को राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की उपस्थिति में यहां भाजपा का दामन थाम लिया। इनमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री इबोबी सिंह के भतीजे हेनरी ओकराम भी शामिल हैं। सभी ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की।
भाजपा में सभी का स्वागत करते हुए पार्टी महासचिव राम माधव ने कहा, ‘मणिपुर की बीरेन सिंह सरकार को अब कोई खतरा नहीं है। वह न सिर्फ अपना कार्यकाल पूरा करेगी, बल्कि सत्ता में वापसी भी करेगी। राज्य सरकार को कुल 47 में से 34 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। 60 सदस्यीय विधानसभा की 13 सीटें अभी खाली हैं।’ उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस मणिपुर में वही काम कर रही थी, जिसका आरोप वह राजस्थान में हमारी पार्टी पर लगा रही थी। राजस्थान के कांग्रेसी विधायक इस्तीफा नहीं देना चाहते थे, लेकिन मणिपुर के विधायकों ने पार्टी व विधानसभा से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थामा है।’
जय पांडा ने सदस्यता दिलाई
भाजपा उपाध्यक्ष बैजयंत जय पांडा ने सभी पूर्व विधायकों को पार्टी की सदस्यता दिलाई। राज्य की भाजपा नीत सरकार ने गत सोमवार को 16 के मुकाबले 28 से विश्वास मत जीता है। जून मध्य में भाजपा के तीन विधायक बागी हो गए थे। एनपीपी के चार समेत छह अन्य विधायकों ने समर्थन वापसी की घोषणा कर दी थी। इससे बीरेन सिंह सरकार संकट में आ गई थी। बाद में हालांकि एनपीपी के चारों विधायक सरकार में लौट आए थे।
राजग सरकार जनता की सरकार: हेनरी
वरिष्ठ कांग्रेस नेता इबोबी सिंह के भतीजे हेनरी ने भाजपा का दामन थामते हुए कहा, ‘राज्य की राजग सरकार जनता की सरकार है। मैं उसकी कार्यशैली से प्रभावित हूं, इसलिए भाजपा में शामिल हुआ। राज्य की कांग्रेस सरकार विश्वास खो चुकी थी, इसलिए जनता ने राजग को चुना।’
बीरेन सिंह लेकर पहुंचे थे दिल्ली
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह सोमवार को इन बागी विधायकों को लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। उन्होंने मंगलवार को नई दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। नड्डा से मुलाकात के बाद एन बीरेन सिंह ने ट्वीट कर कहा था कि आज मेरी भाजपा अध्यक्ष नड्डा से उनके कार्यालय में मुलाकात हुई। मैंने मणिपुर के राजनीतिक घटनाक्रमों से उन्हें अवगत कराया। अध्यक्षजी ने विधानसभा में विश्वासमत जीतने के लिए सरकार को बधाई भी दी है।