मथुरा में साइबर ठगी के मामले में मशहूर गांव में पंचायत आयोजित की गई। फिर युवाओं को कुरान की कसम देकर अपराध न करने की शपथ दिलाई गई। इसके बाद यह फैसला मस्जिद से अनाउंस किया। बताया कि अपराध करने पर अंजाम क्या होगा ?
तीर्थनगरी मथुरा के गोवर्धन में साइबर ठगी से बदनाम एक विशेष समुदाय के गांव में पंचायत की गई। इसमें अपराध में संलिप्त अपराधियों को सुधरने की चेतावनी दी गई। इतना ही नहीं समाज से बहिष्कृत किए जाने के साथ-साथ आर्थिक दंड की भी चेतावनी दी गई।
राजस्थान की सीमा के समीप गोवर्धन क्षेत्र के दौलतपुर गांव में मस्जिद के मौलवी नफीस व ग्राम प्रधान लीली मेव के नेतृत्व में पंचायत आयोजित की गई। बताया गया कि पंचायत में साइबर ठगी में संलिप्त लोगों को सख्त चेतावनी दी गई है। कहा कि अपराध को किया तो समाज से नाता तोड़ दिया जाएगा। एक लाख रुपये का आर्थिक दंड भी देना पड़ेगा। इस मौके पर कई युवाओं की फर्जी आईडी से निकाली गई सिम भी तुड़वा दी गई। इतना ही नहीं कुरान को साक्षी मानकर कसम दी गई। पंचायत के फरमान का फैसला ग्राम प्रधान व मौलवी ने मस्जिद के माइक से अनाउंसमेंट करके सुनाया।
गौरतलब है कि पूरे देश में साइबर ठगी के मामले हो रहे हैं। इसमें ज्यादातर देवसेरस, दौलतपुर का नाम आता है। पुलिस ने भी इन गांवों के लोगों पर बढ़ते अपराध को रोकने के लिए शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। गांव को बदनामी से बचाने के लिए पंचायत आयोजित की गई। यहां पहले भी नकली सोने की ईंट को असली बताकर ठगी की जाती थी। अब अपराधियों ने ठगी करने के लिए तकनीकी का सहारा लिया है। पंचायत के बाद अपराधियों में हड़कंप मचा है। नया अपराध करने से पहले सोचने को मजबूर हैं।
सीओ राममोहन शर्मा ने बताया कि कोई भी अपराध समाज एवं देश लिए खतरनाक है। कोई कानूनी अपराध करेगा तो वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई भी की गई है। किसी भी तकनीक से अपराध करने वाला अपराधी जल्द ही पकड़ा जाता है। इससे उसको ही नहीं पूरे परिवार को नुकसान है। इसलिए कोई भी अपराध का रास्ता न अपनाए। गांव में अपराधियों को स्वयं सुधरने के लिए पंचायत की गई है। वह अच्छी पहल है। इससे उस गांव के साथ-साथ वहां के रहने वाले सभी परिवारों की तरक्की होगी।