श्रीलंकाई टीम (Sri Lanka) ने टी20 वर्ल्ड कप 2021 के फाइनल लीग मैच में शानदार खेल दिखाया है. क्योंकि आज के मैच में नीदरलैंड्स (Netherlands) के खिलाफ श्रीलंकाई गेंदबाजों (Sri Lanka) ने शानदार गेंदबाजी की, जिसका नतीजा ये हुआ कि नीदरलैंड्स (Netherlands) ने वर्ल्ड कप के इतिहास में दूसरा सबसे कम स्कोर बना दिया. नीदरलैंड (Netherlands) की टीम सिर्फ 44 रन पर समेट गई. चलिए आपको इस मैच के बारे में बताते हैं कि कैसे श्रीलंका (Sri Lanka) ने ये कारनामा किया. रअसल श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया. ये फैसला बिल्कुल सही साबित हुआ.
दरअसल श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया. ये फैसला बिल्कुल सही साबित हुआ. पूरी पारी में नीदरलैंड के सिर्फ ऐसे दो ही बल्लेबाज थे, जो डबल डिजिट तक पहुंच सके. पूरी टीम 10 ओवर के अंदर 44 रन पर पवेलियन लौट गई. विकेट की बात करें तो श्रीलंका के लाहिरू कुमारा वहीदु हसरंगा ने तीन-तीन विकेट लिए. श्रीलंका को नीदरलैंड को हराने में सिर्फ 7 ओवर लगे. जी हां. श्रीलंका ने 2 विकेट खोकर आसानी से टारगेट को पूरा कर लिया.
दिलचस्प बात ये है कि नीदरलैंड की टीम ने ही टी20 वर्ल्ड कप के इतिहास में सबसे कम स्कोर बनाया था, बात है 7 साल पहले की यानी 2014. चटगांव में टी20 वर्ल्ड कप 2014 के दौरान नीदरलैंड्स की टीम 39 रन पर ऑलआउट हो गई थी. हैरानी की बात यह है कि तब भी उसे ऑलआउट श्रीलंका ने ही किया था. इतना ही नहीं श्रीलंकाई गेंदबाजों ने टी20 वर्ल्ड कप इतिहास में तीन बार किसी टीम को सबसे कम स्कोर बनवाने पर मजबूर किया है.
टी20 विश्व कप इतिहास के पांच सबसे छोटे स्कोर
1. नीदरलैंड्स – 39 रन पर ऑलआउट – टी20 विश्व कप 2014 – श्रीलंका के खिलाफ
2. नीदरलैंड्स – 44 रन पर ऑलआउट – टी20 विश्व कप 2021 – श्रीलंका के खिलाफ
3. न्यूजीलैंड – 60 रन पर ऑलआउट – टी20 विश्व कप 2014 – श्रीलंका के खिलाफ
4. आयरलैंड – 68 रन पर ऑलआउट – टी20 विश्व कप 2010 – वेस्टइंडीज के खिलाफ
5. हॉन्ग कॉन्ग – 69 रन पर ऑलआउट – टी20 विश्व कप 2014 – नेपाल के खिलाफ