लखनऊ के मदेयगंज में नम्बरदार चक्की के पास रखा ट्रांसफार्मर बुधवार देर रात धधक उठा। लपटें उठती देखकर यहां पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया। स्थानीय लोगों की मदद से फायर ब्रिागेड ने आग पर काबू पाया। आग लगने की घटना सुनकर अहिबरनपुर उपकेंद्र से कर्मचारी पहुंचे। सूचना के बावजूद एसडीओ नहीं पहुंचे
बुधवार देर रात ट्रांसफार्मर से लपटें उठती देखकर यहीं के रहने वाले कई युवकों ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया। इस बीच अहिबरनपुर उपकेंद्र फोन करके बिजली सप्लाई बंद कराई गई। लपटें तेजी से फैल रही थी। लेकिन यहां के रहने वाले युवकों ने आनन-फानन पानी फेंक कर आग बुझाने का प्रयास किया। इसी बीच चौक फायर स्टेशन से एक दमकल पहुंची।
फायर पुलिस ने कुछ ही पलों में आग पर काबू पा लिया। लोगों का कहना है कि लोड अधिक होने के कारण अक्सर ट्रांसफार्मर में आग लग जाती है। मोहल्ले वालों ने कई बार एसडीओ से शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। लोगों का कहना है कि हादसा होने के बावजूद एसडीओ इसलिए नहीं पहुंचे कि लोग उनसे शिकायत करेंगे।
पटे तेज़ी से उठने लगी तो मोहल्ले में रहने वाले बेचालाल के बेटे, नोमान, फारिस, फुरकान, गुफरान समेत कई युवकों ने बाल्टी में पानी भर भर कर आग पर फेंकना शुरू किया। लपटे ऊंची उठ रही थी, उन लोगो ने लपटों को आगे बढ़ने से रोका। लोगो का कहना है कि अगर युवक वक्त पर नही होते तो श्री कृष्ण और स्वर्गीय मुसीफ की गृहस्थी जलकर राख हो सकती थी। उनके इस साहस से पार्षद मुसव्वीर अली उर्फ मंशू ने उन्हें सम्मानित करने की बात कहीं है।
भीषण गर्मी में ट्रांसफॉर्मर फुंक जानें से इलाक़े में रहने वाले सैकड़ों परिवार रात भर परेशान रहें। गर्मी और मच्छर की वजह से उनकी रात घर के बाहर बीती। ट्रांसफॉर्मर कब तक बनेगा ये जानकारी लेने के लिए एसडीओ को फ़ोन किया गया तो उन्होंने बेतुका जवाब देकर कॉल काट दी।