भोजपुरी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे का सोमवार रात 9 बजे मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान आकांक्षा के पिता छोटेलाल दुबे, चाचा मुन्ना दुबे और मामा समेत परिवार के अन्य सदस्य मौजूद रहे। आकांक्षा की मां ने दोपहर में सारनाथ थाने में सिंगर समर सिंह, उनके भाई और दो अन्य सहयोगी के खिलाफ केस दर्ज कराया है। साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी बेटी की हत्या हुई है। भोजपुरी सिंगर समर सिंह इसका दोषी है। उसने बेटी को रिलेशनशिप में धोखा दिया है।
आकांक्षा की मां मधु दुबे ने कहा, ”समर बेटी को 3 साल से प्रताड़ित कर रहा था। फिल्म में काम करने पर पैसा नहीं देता था। जब भी आकांक्षा काम के पैसे उससे मांगती थी, तो उसके साथ मारपीट करता था। इतना ही नहीं, किसी दूसरे की फिल्म या गाने में काम करने पर भी मारता-पीटता था।
वहीं, आकांक्षा के शव का आज पोस्टमॉर्टम भी होगा। रिपोर्ट आने के बाद काफी हद तक तस्वीर साफ हो जाएगी। दूसरी तरफ फोरेंसिक टीम ने भी कमरे की जांच कर सबूत इकट्ठा किए हैं।
इस मामले में एडिशनल सीपी संतोष सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में आत्महत्या का केस लग रहा है क्योंकि दरवाजा अंदर से बंद था। उनकी मां की तहरीर (लिखित शिकायत) पर सिंगर समर सिंह समेत 4 लोगों के खिलाफ धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत FIR दर्ज की गई है। मां ने भी तहरीर में आत्महत्या की बात कही है। शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। सारे सबूत जुटाए जा रहे हैं।
27 साल की भोजपुरी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे का शव रविवार को वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र के सोमेंद्र होटल में कमरा नंबर-105 में मिला था। रविवार सुबह मेकअप मैन ने उन्हें फोन किया। फोन न उठाने पर वह होटल पहुंचा। वहां आकांक्षा के कमरे का दरवाजा बंद था। होटल के कर्मियों ने मेकअप मैन को बताया कि आकांक्षा ने सुबह से नाश्ते का ऑर्डर नहीं दिया है।
इसके बाद होटल के कर्मचारियों ने कमरे का दरवाजा खटखटाया। जब अंदर से कोई रिस्पॉन्स नहीं आया, तो उन्होंने पुलिस को बुलाया। मैनेजर ने पुलिस की मौजूदगी में मास्टर चाबी से दरवाजा खोला, तो आकांक्षा का शव पंखे से लटका मिला।