ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने टेस्ट के साथ ही वनडे से संन्यास लेने की घोषणा की है। वह 3 जनवरी से पाकिस्तान के खिलाफ सिडनी में अपने करियर का आखिरी टेस्ट मैच खेलेंगे।
वॉर्नर के वनडे से संन्यास लेने की पुष्टि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने भी अपनी ऑफिसियल आईडी से पोस्ट कर दी। वॉर्नर ने सोमवार को सिडनी में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में इमोशनल होते हुए कहा कि मैं निश्चित रूप से वनडे क्रिकेट से भी संन्यास ले रहा हूं। यह कुछ ऐसा था जो मैंने वनडे कप के दौरान कहा था। वनडे वर्ल्ड कप भारत में जीतना बड़ी उपलब्धि है। तो मैं आज उस फॉर्मट से संन्यास लेने का फैसला लूंगा, जो मुझे दुनिया भर में अन्य लीगों में खेलने की अनुमति देता है और वनडे टीम को थोड़ा आगे बढ़ने में मदद करता है। मुझे पता है कि चैंपियंस ट्रॉफी आ रही है। अगर मैं दो साल के समय में अच्छा क्रिकेट खेल रहा हूं और उन्हें किसी की जरूरत है, तो मैं उपलब्ध रहूंगा।
वॉर्नर ने वनडे और टेस्ट से संन्यास की घोषणा टी-20 पर फोकस करने के लिए किया है। जून में वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में वह ऑस्ट्रेलिया टीम का हिस्सा हो सकते हैं। वहीं वह पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज खत्म होने के बाद वह बिग बैश में सिडनी थंडर के लिए कम से कम चार मैच खेलेंगे। इसके बाद वह ILT20 में दुबई कैपिटल्स के लिए खेल सकते हैं। ILT20 लीग में खेलने के लिए वह क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से एनओसी के लिए अनुरोध किया है।जिसमें दुबई टीम का पहला मैच 21 जनवरी को खेला जाएगा।
भारत में पिछले साल खेले गए वनडे वर्ल्ड कप में डेविड वॉर्नर ऑस्ट्रेलिया के टॉप स्कोरर थे। उन्होंने वनडे वर्ल्ड कप के खेले 11 मैचों में 48.63 की औसत से 535 रन बनाए हैं। उनका स्ट्राइक रेट 108.29 रहा। उन्होंने 2 शतक और 2 अर्धशतक भी लगाए।
डेविड वॉर्नर ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत 2011 में न्यूजीलैंड के खिलाफ ब्रिस्बेन में किया था। उन्होंने अब तक खेले 111 टेस्ट मैचों में 44.58 की औसत से 8695 रन बनाए हैं। जिसमें 26 शतक और 36 अर्धशतक शामिल हैं।
वॉर्नर ने वनडे में अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत साउथ अफ्रीका के खिलाफ होबर्ट में 2009 में की थी। उन्होंने वनडे में आखिरी मैच वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में 19 नवंबर को अहमदाबाद में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। अब तक खेले 161 वनडे मैचों में 45.30 की औसत से 6932 रन बनाए हैं। जिसमें उन्होंने 22 शतक और 33 अर्धशतक बनाए हैं।
वे वनडे में ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में छठे स्थान पर हैं। वहीं वह वनडे में ऑस्ट्रेलिया की ओर से सबसे ज्यादा शतक लगाने में रिकी पोंटिंग के बाद दूसरे स्थान पर हैं।