रूस का सबसे ताकतवर विमान कहा जाना वाला फाइटर बॉम्बर Su-34 तबाह हो गया

यूक्रेन में रूस का सबसे ताकतवर विमान कहा जाना वाला फाइटर बॉम्बर Su-34 तबाह हो गया। इसे अब तक रूस को हुए सबसे बड़े नुकसान में से एक के तौर पर देखा जा रहा है। इस सुपर सॉनिक फाइटर जेट की कीमत करीब 421 करोड़ 75 लाख थी।
Su-34 रूसी एयर फोर्स का मजबूत फाइटर जेट माना जाता है। दो इंजन वाला ये सुपरसोनिक विमान किसी भी मौसम में दुश्मन पर हमला करने की क्षमता रखता है। इसमें दो पायलट सीट है। इस फाइटर जेट का इस्तेमाल रूस ने सीरिया के खिलाफ जंग में भी किया था। यूक्रेन के खिलाफ भी ये बॉम्बर विमान अहम रोल निभा रहा था।
यूक्रेन के एक अधिकारी ने कहा- हमने मंगलवार देर रात लुहांस्क इलाके में रूस का सबसे मजबूत Su-34 मार गिराया है। हमारे हीरोज ने बहुत ही अच्छा काम किया है। 24 फरवरी 2022 को शुरू हुई इस जंग में अब तक रूस के 332 एयरक्राफ्ट तबाह हो चुके हैं। इनमें Su-35 फाइटर जेट और 2 Mi-8 हेलिकॉप्टर शामिल हैं।
जंग में रूस कई Su-34 खो चुका है। जनवरी 2024 की शुरुआत में एक 16 साल के रूसी बच्चे ने एक फाइटर बॉम्बर में आग लगा दी थी। उसे 20 साल की सजा सुनाई गई।
जुलाई 2023 में यूक्रेन ने रूस की किंझल हाइपरसोनिक मिसाइल को मार गिराने का दावा किया था। यूक्रेनी एयरफोर्स के मुताबिक, उन्होंने रूस की सबसे एडवांस हाइपरसोनिक मिसाइल ‘किंजल’ को अमेरिका के पैट्रियट डिफेंस सिस्टम से तबाह कर दिया था। एयरफोर्स के प्रवक्ता युरी इहनात ने कहा था- रूस कह रहा था कि अमेरिका का पैट्रियट मिसाइल सिस्टम पुराना और रूस के हथियार पूरी दुनिया में सबसे बेहतर हैं। अब ‘किंजल’ का हवा में ढेर होना उनके मूंह पर तमाचा है।
अक्टूबर 2022 में Su-34 लैंडिंग के दौरान 9 मंजिला रेसिडेंशियल बिल्डिंग से टकराकर क्रैश हो गया। हादसा रूस के यस्क शहर में ही हुआ था। इस हादसे में 3 बच्चों सहित 13 लोगों की मौत हो गई थी। 19 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। इस फाइटर जेट ने एयरफील्ड से रूटीन ट्रेनिंग के लिए उड़ान भरी थी। लैडिंग के पहले इसका एक इंजन फेल हो गया। हादसे की यही वजह थी। दोनों पायलट पैराशूट से छलांग लगाकर ऐन वक्त पर जेट से बाहर आ गए थे।
रूस के यस्क शहर में सोमवार रात रूसी सेना का लड़ाकू विमान SU-34, 9 मंजिला बिल्डिंग से टकरा गया। दोनों पायलट पैराशूट के जरिए क्रैश के पहले इजेक्ट कर चुके थे।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन के घर क्रेमलिन पर भी 3 मई को 2 ड्रोन से अटैक किया गया था। दोनों ड्रोन क्रेमलिन के डोम पर क्रैश हुए थे। हालांकि, हमले के वक्त पुतिन वहां मौजूद नहीं थे। अटैक के बाद रूस ने कहा था- हम इसे आतंकी हमला मानते हैं। यह प्रेसिडेंट को जान से मारने की साजिश थी।