महिला सिपाही से पुलिस कमिश्नर ऑफिस में छेड़छाड़, बताइये जनता का क्या होगा हाल ?

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पुलिस कमिश्नर ऑफिस में महिला सिपाही के साथ छेड़छाड़ का मामला प्रकाश में आया है। बाराबंकी से ट्रांसफर होकर लखनऊ पहुंची महिला सिपाही को पुलिस कमिश्नर के ऑफिस में आमद यानी पोस्टिंग करावानी थी। गुरुवार को रक्षाबंधन का दिन होने की वजह से पुलिस कमिश्नर के ऑफिस में छुट्टी का माहौल था। लेकिन ऑफिस में 57 नंबर कमरे में आमद कराने यानि पोस्टिंग के लिए पहुंची थी। महिला सिपाही के साथ वहां पर तैनात पुलिस कर्मी ने छेड़छाड़ की। महिला सिपाही ने जब विरोध किया तो उसको मनचाही पोस्टिंग कराए जाने का लालच दिया गया।
हालांकि महिला ने पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई है। इस मामले में ज्वाइंट सीपी कानून एवम व्यवस्था आकाश कुलहरी ने पूरे मामले की जांच के निर्देश डीसीपी सेंट्रल को दी है
पीड़िता के अनुसार बाराबंकी से लखनऊ आने के बाद आमद यानी तैनाती करवानी थी। इसके लिए जानकारी की तो महानगर स्थित पुलिस कमिश्नर ऑफिस के कमरा नंबर 57 से होने की जानकारी हुई। जानकारी करते हुए किसी तरह रक्षाबंधन (गुरुवार) के दिन कार्यालय पहुंची। तो ज्यादा पुलिसकर्मी ऑफिस में मौजूद नहीं थे। वहां पर वर्दी पहने व्यक्ति मौजूद था। उससे पूरी बात बताई तो उसने कुर्सी पर बैठाया। बात चीत के दौरान व्यक्ति अपनी कुर्सी से उठा और अभद्रता करने लगा। किसी तरह विरोध किया, तो सिपाही मनचाही पोस्टिंग दिलाने का लालच देने लगा। इसके बाद चुपचाप वहां से निकल गई। पीड़िता ने बताया दूसरे दिन शुक्रवार को कार्यालय पहुंची और मामले की जानकारी बड़े बाबू को दी और बुलाकर फटकार लगाने की मांग की। उन्होंने लिखित में शिकायत करने के लिए कहा। वह भी कर दी, बावजूद इसके कोई भी कार्रवाई उनकी तरफ से नहीं की गई। बल्कि सभी लोग मिलकर मामले को दबाने में जुट गए।
पीड़िता सिपाही के अनुसार बड़े बाबू ने मोबाइल में सिपाही की तस्वीर दिखाई, तो हेड कांस्टेबल मो. जावेद की निकली। उस वक्त आरोपित कमरे में मौजूद भी था। पीड़िता ने बताया बड़े बाबू से बुलाकर फटकार लगाने की मांग की तो उन्होंने कुछ भी नहीं कहा।
ज्वाइंट सीपी कानून व्यवस्था आकाश कुलहरी के अनुसार एक महिला आरक्षी द्वारा बड़े बाबू कार्यालय महानगर में तैनात मुख्य आरक्षी के विरुद्ध शिकायत की गय़ी है। जब वह बड़े बाबू कार्यालय महानगर किसी कार्य के लिये गयी थी तो वहा पर उक्त मुख्य आरक्षी द्वारा उनके साथ दुर्व्यहार किया गया है। प्रार्थना पत्र की जांच कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न पर आंतरिक शिकायत समिति द्वारा की जा रही है। जिसकी अध्यक्ष पुलिस उपायुक्त मध्य है। जाँचोपरान्त तथ्यों के आधार पर अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।