लखनऊ में लोकल इंटेलीजेंस यूनिट (एलआईयू) में तैनात महिला सिपाही अभिलाषा सिंह ने एसीपी एलआईयू अवधेश चौधरी और इंस्पेक्टर जावेद अख्तर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए पुलिस कमिश्नर से शिकायत की है।
इसके साथ ही उन्होंने मंगलवार को अपनी पीड़ा का एक वीडियो बनाकर प्रार्थना पत्र के साथ बुधवार को कमिश्नर दफ्तर भेज दिया। पुलिस कमिश्नर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीसीपी मध्य मनीषा सिंह को मामले की जांच सौंपी दी है।
तालकटोरा निवासी अभिलाषा सिंह ने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि एलआईयू के अधिकारी परेशान कर रहे हैं। जिसकी शिकायत लेकर दो बार कमिश्नर कार्यालय पर गई, पर उसे कमिश्नर के सामने पेश नहीं होने दिया गया। ऑफिस के लोग उसका मानसिक उत्पीड़न कर रहे हैं। एसीपी ने एक इंस्पेक्टर से मिलकर उसे कार्यालय में अटैच करा दिया।
जहां इंस्पेक्टर जावेद अख्तर बिना काम के सुबह दस से शाम पांच बजे तक बिना काम के बैठाए रखते हैं। साथ ही गलत-गलत टिप्पणी करते हैं। वहीं एसीपी ने बच्चे की तीमारदारी के लिए तीन दिन की छुट्टी का प्रार्थना पत्र बिना देखे की फाड़ दिया और भगा दिया।
पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर ने बुधवार को सिपाही का वीडियो वायरल होने पर मामले को संज्ञान में लेते हुए पूरे मामले की जांच एडीसीपी सेंट्रल मनीषा सिंह को सौंप दी। अभिलाषा ने मंगलवार शाम को प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए आत्महत्या करने की बात कहते हुए वीडियो बनाकर रिश्तेदारों को भेज दिया था।