यह रेड बिना किसी नोटिस के की गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस वक्त FBI एजेंट्स ने मार-ए-लीगो पर छापा मारा, उस वक्त खुद ट्रम्प वहां नहीं थे। बताया जाता है कि वो फिलहाल न्यूजर्सी में हैं। यहां वो एक केस के सिलसिले में गए हैं। कुछ दिन पहले ही ट्रम्प के खिलाफ 6 जनवरी की हिंसा के मामले में जांच कर रही एक पार्लियामेंट्री कमेटी ने कहा था कि FBI को उनके खिलाफ जांच तेज करनी चाहिए।
ट्रम्प ने जब पिछले साल व्हाइट हाउस छोड़ा था, तब वो कई डॉक्यूमेंट्स अपने साथ ले गए थे। हालांकि, अब तक इस आरोप की FBI की तरफ से कोई पुष्टि नहीं की गई है। कहा जा रहा है कि कई बड़े बॉक्स में यह दस्तावेज मार-ए-लीगो ले जाए गए थे। इसके बाद से ही अमेरिकी खुफिया एजेंसियां ट्रम्प और उनके करीबियों पर नजर रख रहीं थीं। ये छापेमारी भी इन्हीं से जोड़कर देखी जा रही है
कुछ महीने पहले ट्रम्प पर आरोप लगा था कि वे राष्ट्रपति पद पर रहते हुए आधिकारिक दस्तावेजों को फाड़ कर फ्लश कर देते थे। ट्रम्प ने इतने ज्यादा कागजों को फ्लश किया कि इसकी वजह से व्हाइट हाउस का टॉयलेट ही जाम हो गया था। नेशनल आर्काइव चाहता है कि पूर्व राष्ट्रपति की दूसरे मामलों के साथ कागज फाड़ने की आदत की भी जांच की जाए।
ट्रम्प ने कई मौकों पर साफ किया है कि वो एक बार फिर राष्ट्रपति चुनाव लड़ना चाहते हैं। खास बात यह है कि उनकी रिपब्लिकन पार्टी में उनको चैलेंज करने वाला उनके कद का कोई दूसरा नेता है भी नहीं। हालांकि, पिछले साल 6 जनवरी को हुई हिंसा के मामले में भी उनके खिलाफ गंभीर आरोप हैं और वो महाभियोग का सामना भी कर चुके हैं।