पीलीभीत में तेज हवा के साथ हुई बारिश ने पूरे शहर की बिजली व्यवस्था को प्रभावित कर दिया। दोपहर 12 बजे के बाद शहर के उपभोक्ताओं को लगभग सात घंटे बिजली नहीं मिल सकी। विभागीय कर्मचारी दिन भर यहां-वहां फाल्ट सही करने में जुटे रहे। ऐसे में ऑफिस व अन्य बड़ी दुकानों के साथ ही शहर के करीब 30 हजार उपभोक्ता प्रभावित रहे।
शहर की 33 केवीए की लाइन पर टहनी गिरने के बाद शहर की बिजली गुल हो गई तो वहीं कई अन्य इलाकों में तार टूटने या फिर पोल में समस्या आ जाने की वजह से बिजली प्रभावित रही। दोपहर साढ़े बारह बजे हुए फाल्ट को शाम सात बजे के बाद सही किया जा सका। इसके बाद उपभोक्ताओं को बिजली मिल सकी। बिजली आने के बाद भी कटौती का सिलसिला जारी रहा। इसके अलावा कई जगह फाल्ट हो गए। शाम सात बजे तक शहर में आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी थी। एसडीओ टाउन आशीष कौशल ने बताया कि आंधी-बारिश की वजह से बिजली समस्या हुई थी। जानकारी लगते ही कर्मचारियों को भेजकर खराबी दुरुस्त कराई जा रही है।
गजरौला क्षेत्र में पेड़ गिरने से 60 गांवों की आपूर्ति रही बाधितथाना गजरौला क्षेत्र के नचनी घाट के पास से गुजरने वाली 33 केवीए की लाइन पर तेज हवा के चलते पेड़ गिर गया तो वहीं 11 केवीए की लाइन तीन-चार जगह से टूट गई। इससे उस लाइन से जुड़ने वाले गजरौला कलां, पिंडरा, पिपरिया भजा, लालपुर, शिवनगर, इटौरिया, महादिया, विधिपुर नौगवां ग्रंट आदि गांवों की बिजली व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई। सूचना मिलने के घंटों बाद भी विभागीय टीम मौके पर नहीं पहुंची।