पिता बना हैवान, खुद अपने बेटे को मार डाला

लखनऊ के मोहनलालगंज में शनिवार रात पिता ने बेटे संदीप (30) की चाकू घोंपकर हत्या कर दी। पिता ने गर्दन और सिर पर चाकू से ताबड़तोड़ वार किया। खून से लथपथ हालत में बेटे को तड़पता छोड़ आरोपी पिता चाकू लहराते हुए भाग निकला। पुलिस आरोपित की तलाश में दबिश दे रही है। परिजनों के मुताबिक आरोपित शराब का आदी है। बहू के जेवर बेचने को लेकर विवाद हुआ था।

घटना लखनऊ के मोहनलालगंज कोतवाली क्षेत्र के गदियाना गांव की है। सोमवार देर शाम नशेड़ी पिता अपनी बहू से जेवर मांग रहा था। बहू ने इनकार करते हुए यह बात अपने पति को बताई। इसके बाद बाप और बेटे के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि बेटे ने डंडे से अपने पिता की पिटाई कर दी।
पिटाई से गुस्से से आग बबूला पिता ने तैश में आकर बेटे पर ही चाकू से हमला कर दिया। चाकू के हमले से घायल बेटे ने घर की चौखट पर ही दम तोड़ दिया। बहू ने शोर मचाते हुए गांव में मदद की गुहार लगाई। जिसके बाद स्थानीय लोग पहुंचे।
आरोपी माता प्रसाद का संदीप इकलौता बेटा था। कुछ समय पहले ही संदीप की शादी हुई थी। बहू ममता ने बताया कि ससुर माता प्रसाद शराब के आदी हैं। बीते एक सप्ताह से वह उसके जेवर मांग रहे थे। तंग आकर एक सप्ताह पहले उसने अपने जेवर सास राजरानी को दे दिए थे। इसके बाद वह सास पर जेवर देने का दबाव बनाने लगे। सास द्वारा इनकार पर उनको भी जान से मारने की कोशिश की थी, जिसके कारण वह कानपुर स्थित मायके चली गई थी।
ममता ने बताया कि सोमवार को सुबह से ही ससुर माता प्रताप ने शराब पी ली थी। वह सभी को गालियां दे रहे थे। रात करीब 9 बजे सभी लोग सोने की तैयारी कर रहे थे। पति संदीप तीन माह के बेटे के साथ बरामदे में लेटे थे। इस बीच ससुर माता प्रसाद शराब के नशे में आकर झगड़ने लगे। कुछ ही देर में चाकू लेकर आ गए।
ससुर के हाथ में चाकू देख बेटे को लेकर वह अंदर भागी। इतने में माता प्रसाद ने चाकू से संदीप के गले और सिर पर ताबड़तोड़ वार कर दिया। चीख सुनकर वह बाहर आई तो खून से लथपथ संदीप जमीन पर गिरा पड़ा था। मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
ममता और संदीप का 3 साल का मासूम बेटा भी है। मोहनलालगंज कोतवाली प्रभारी कुलदीप दुबे ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। परिजनों की तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। मौके से शराब की बोतल मिली है। आरोपित माता प्रसाद की तलाश की जा रही है। पिता और पुत्र दोनों मजदूरी करते थे।