सेना में भर्ती के नाम ठगी करने वाला फर्जी कप्तान गिरफ्तार, वर्दी पहनकर गांठता था रौब

यूपी STF ने बुधवार को मिलैट्री इन्टेलीजेन्स की सूचना पर सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाले को गिरफ्तार किया। वह कैप्टन की वर्दी पहनकर बेरोजगारों को सेना और पुलिस में नौकरी दिलाने का झांसा देता था। उसके बाद पैसे लेकर भाग जाता था। STF गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।
एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक कुमार सिंह ने बताया कि सेना में भर्ती के नाम पर ठगी की सूचना मिली थी। इस पर एक टीम बनाकर संदिग्ध की तलाश की जा रही थी। बुधवार को पीजीआई अस्पताल के पास पं. दीन दयाल उपाध्याय पार्क के पास से एक युवक को सेना की वर्दी में पकड़ा गया। गिरफ्तार अंकित मिश्र सुल्तानपुर के तिवारीपुर का रहने वाला है। उससे जुड़े लोगों के विषय में जानकारी की जा रही है।
एसटीएफ की पूछताछ में अंकित मिश्रा ने बताया कि वह आर्मी रिक्रूटमेंट आफिसों के बाहर आर्मी के कैप्टन की वर्दी पहनकर घूमता हैं। जहां नौकरी के लिए परेशान बेरोजगार नवयुवकों को भारतीय सेना में विभिन्न पदों पर नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा लेता है।
उसने संतकबीर नगर निवासी बलिराम और एटा निवासी राहुल को नायक पद पर भर्ती के नाम पर 05-05 लाख रुपए की मांग की थी। इस पर दोनों 4.40 लाख रुपए दे दिए थे। आज इन्हें 6.60 लाख रुपए लेने थे। इसके लिए इनका जाली प्रवेश पत्र बना लिया था। जैसा हर बार अन्य लोगों को पैसे लेते वक्त देता था।
अर्जुन के मुताबिक आर्मी के कैप्टन की वर्दी पहनने से लोगों को मुझ पर शक नहीं होता। विश्वास में आकर लोग पैसे दे देते थे। पुलिस की वर्दी टोल टैक्स से बचने व रौब जमाने के लिए पहनता हूँ।