केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद (EZC) की बैठक शुक्रवार को यहां चल रही है. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बैठक में भाग नहीं ले रहे हैं. इजेडसी की 24वीं बैठक में ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और पश्चिम बंगाल तथा बिहार के उनके समकक्ष क्रमश: ममता बनर्जी और नीतीश कुमार भाग ले रहे हैं.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बैठक में भाग नहीं ले रहे हैं. बैठक में भाग लेने में असमर्थ सोरेन ने राज्य का प्रतिनिधित्व करने के लिए वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव को नियुक्त किया है. सूत्रों के अनुसार, बैठक में सोरेन की अनुपस्थिति का कोई कारण नहीं बताया गया है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि शायद झारखंड विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने के कारण वह ओड़िशा नहीं गये.
पटनायक परिषद के उपाध्यक्ष हैं और इसमें राज्यों तथा केंद्र के वरिष्ठ अधिकारी भाग ले रहे हैं. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, वामपंथी उग्रवाद के अलावा इजेडसी की बैठक में कोयला-रॉयल्टी में संशोधन, जघन्य अपराधों और रेल-संपर्क परियोजनाओं जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किये जाने की संभावना है. एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में कई वीवीआइपी की मौजूदगी के मद्देनजर ओड़िशा पुलिस ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये हैं.
उन्होंने बताया कि संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के समर्थन में यहां शाह की जनसभा के लिए विशेष प्रबंध किये गये हैं. उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं के पार मवेशियों की तस्करी, दूर-दराज के इलाकों में दूरसंचार और बैंकिंग बुनियादी ढांचे की कमी, पेट्रोलियम परियोजनाओं, केंद्रीय रूप से एकत्र राजस्व पर साझा प्रणाली और अन्य पर भी चर्चा की जा सकती है.
बैठक के मद्देनजर मुख्य सचिव एके त्रिपाठी ने बृहस्पतिवार को पत्रकारों से कहा था, ‘हम कोयला-रॉयल्टी संशोधन और ओड़िशा के सुदूर क्षेत्रों में 11,000 गांवों में मोबाइल फोन संपर्क से संबंधित मुद्दों को उठायेंगे.’ सूत्रों के अनुसार, शाह गृह मंत्री बनने के बाद पहली बार ओड़िशा की यात्रा पर आये हैं.