विदेश मंत्री एस. जयशंकर रविवार को मालदीव पहुंचे जहां उनके समकक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने भव्य स्वागत किया। एस. जयशंकर ट्वीट कर कहा कि मालदीव आगमन पर विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद के आत्मीय स्वागत से अभिभूत हूं। आज शाम उनके साथ वार्ता के लिए उत्सुक हूं। भारत और मालदीव की विशेष साझेदारी और गहरी हो रही है।
मालदीव यात्रा पर पहुंचे जयशंकर वहां भारत की मदद से निर्मित कई परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि जयशंकर दो दिवसीय मालदीव यात्रा में वहां के राष्ट्रपति इब्राहिम मुहम्मद सोलिह से मुलाकात और विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
विदेश मंत्रालय की मानें तो इस दौरे के दौरान भारत और मालदीव के बीच आपसी सहयोग को लेकर कई समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे। जयशंकर भारत के सहयोग से निर्मित मालदीव की सुरक्षा व सामाजिक-आर्थिक विकास की कई परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। वे कई अन्य कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे।भारतीय विदेश मंत्री द्विपक्षीय वार्ता तथा बंगाल की खाड़ी बहुक्षेत्रीय तकनीकी व आर्थिक सहयोग पहल (बिम्सटेक) के कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए सोमवार को श्रीलंका पहुंचेंगे। द्वीपीय राष्ट्र को मौजूदा आर्थिक संकट से उबारने के लिए भारत द्वारा आर्थिक राहत पैकेज दिए जाने के बाद जयशंकर की यह पहली श्रीलंकाई यात्रा होगी।
जयशंकर श्रीलंका का दौरा ऐसे समय में कर रहे हैं, जब वह भीषण आर्थिक संकट से गुजर रहा है और इससे कारण वहां की सरकार को जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। भारत ने जनवरी के मध्य से मुद्रा विनिमय, पुनर्भुगतान तथा ईंधन की खरीद व आवश्यक आयात के लिए समर्पित क्रेडिट लाइन के रूप में आर्थिक राहत प्रदान की है। पिछले ही हफ्ते भारत ने श्रीलंका के लिए एक अरब डालर की आर्थिक मदद का एलान किया है।
जयशंकर 29 जनवरी को बिम्सटेक के मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेंगे। भारत व श्रीलंका के अलावा बिम्सटेक में बांग्लादेश, म्यांमार, थाइलैंड, नेपाल व भूटान शामिल हैं। शिखर सम्मेलन की मेजबानी श्रीलंका द्वारा बिम्सटेक के अध्यक्ष के रूप में की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मार्च को बिम्सटेक समूह के डिजिटल शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। उम्मीद है कि समूह सदस्य आपसी आर्थिक जुड़ाव के विस्तार पर ध्यान केंद्रित करेंगे।