रराष्ट्रीय क्रिकेट में 70 शतक लगाने वाले विराट कोहली ने अपने लिए सफलता के नए पैमाने बनाए हैं। विराट के फैंस को शतक से कम कुछ भी मंजूर नहीं होता। यही वजह है कि दुनिया के कई बल्लेबाजों से बेहतर औसत होने के बावजूद पिछले दो साल विराट के लिए खराब माने जा रहे हैं।इसके साथ ही द्रविड़ ने कहा कि विराट के अंदर प्रेरणा की कमी नहीं है। अब उन्हें किसी से प्रेरणा लेने के जरूरत नहीं है। ऐसे समय हर खिलाड़ी के करियर में आता है और इससे बाहर आने के लिए विराट हर संभव प्रयास कर रहे हैं।द्रविड़ ने कहा कि हमेशा शतक लगाना जरूरी नहीं होता। केप टाउन के मुश्किल हालातों में 79 रन की पारी भी शानदार थी। विराट इसे शतक में नहीं बदल पाए थे, लेकिन यह अच्छा स्कोर था। द्रविड़ ने कहा “विराट ने अपने लिए जो पैमाने तय किए हैं, उस लिहाज से लोगों को उनसे शतक से कम कुछ मंजूर नहीं होता, लेकिन एक कोच के नजरिए से हम उनसे मैच जिताऊ पारियां देखना चाहते हैं। चाहे वो 50 या 60 रन ही क्यों न हो।”विराट की उम्र पर बात करते हुए द्रविड़ ने कहा कि वो बिल्कुल सही उम्र में हैं और उनके अंदर गजब की फिटनेस है। मैं अब तक जिन लोगों से मिला हूं, उनमें विराट सबसे ज्यादा मेहनती हैं। वो शानदार तरीके से तैयारी करते हैं। उन्होंने जिस तरह से लीसेस्टर में बैटिंग की, अपने गेंदबाजों के खिलाफ ध्यान से खेला। बुमराह के खिलाफ बल्लेबाजी की। वो सब कुछ सही कर रहे हैं और इस दौर से बाहर आने के लिए जो जरूरी है वो सब कुछ कर रहे हैं।
द्रविड़ श्रीलंका दौरे पर पहली बार भारतीय टीम के कोच बने थे और उस समय शिखर धवन टीम के कप्तान थे। इसके बाद विराट कोहली, रोहित शर्मा, केएल राहुल, ऋषभ पंत, हार्दिक पांड्या और अब जसप्रीत बुमराह भारत की कप्तानी करेंगे। इस पर द्रविड़ ने कहा कि जब उन्होंने यह जिम्मेदारी ली थी तो उन्होंने भी यह नहीं सोचा था कि इतने सारे खिलाड़ी भारत की कप्तानी करेंगे, लेकिन आज के समय में ऐसा हो सकता है। कुछ खिलाड़ियों की चोट, जो राहुल के साथ हुआ और कोविड की वजह से ऐसे हालात बन रहे हैं।
द्रविड़ इसके साथ ही संकेत दिए कि इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में चेतेश्वर पुजारा भारत के लिए पारी की शुरुआत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर तीसरे नंबर के खिलाड़ी से पारी की शुरुआत कराई जा सकती है। हालांकि, मयंक अग्रवाल पहले ही टीम इंडिया के साथ जुड़े चुके हैं और रोहित की जगह उनका खेलना लगभग तय है।