यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (European Medicines Agency, EMA) ने गंभीर बीमारी के जोखिम वाले लोगों के लिए कोरोनावायरस के खिलाफ दो नई दवाओं को अधिकृत करने की सिफारिश की है। एक बयान में बृहस्पतिवार को यूरोपीय संघ के दवा नियामक ने कहा कि उसने मोनोक्लोनल एंटीबडी उपचार – कासिरिविमैब ( casirivimab) और इमदेविमाब (imdevimab) का एक संयोजन, और दवा रेगदानविमैब – दोनों गंभीर रूप से कमजोर कोविड-19 रोगियों के अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु के जोखिम को काफी कम करने के लिए सहायक सिद्ध हुए हैं।
EMA ने दोनों दवाओं की सुरक्षा प्रोफ़ाइल को अनुकूल करार दिया है। एजेंसी ने बताया कि इन दवाओं से होने वाले लाभ के सामने इसके कारण होने वाले साइड इफेक्ट काफी कम हैं। एजेंसी ने कहा कि दोनों दवाओं को 12 वर्ष से अधिक उम्र के किशोरों, व्यस्कों और बुजुर्गों को दिया जा सकता है जिन्हें अभी तक आक्सीजन देने की जरूरत नहीं है, लेकिन उनमें कोविड-19 के कारण हालात के बिगड़ने का खतरा है।
उल्लेखनीय है कि सितंबर में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोविड-19 के इलाज में मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज- कासिरिविमैब और इमदेविमाब के इस्तेमाल को मंजूरी दी थी। इस एंटीबडी को अमेरिका की प्रमुख दवा कंपनी रीजेनेरान ने तैयार किया है। WHO ने अपने गाइडलाइंस में कहा कि कोविड के हल्के और गंभीर मरीजों के इलाज में इनका इस्तेमाल किया जा सकता है। कोरोना संक्रमित होने पर पूर्व अमेरिकी राट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी यही दवा दी गई थी।
बता दें कि 2019 के अंत में चीन से निकलेे घातक कोरोना संक्रमण ने अब तक दुनिया भर में 25.13 करोड़ लोगों को चपेट में ले लिया है।