इटावा :नवनिर्वाचित प्रधानों को कार्य भार न मिलने पर नाराजगी दिखी

विकासखंड बसरेहर । के नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों की बैठक नहर पीली कोठी बसरेहर में प्रधान श्री अंकित दुबे की अध्यक्षता में संपन्न हुई। ग्राम प्रधान नावली यतेंद्र कुशवाहा ने कहा कि 2 महीने ग्राम प्रधान बने होने पर भी अधिकतर पंचायत मंत्री,, रोजगार सेवक प्रधानों को गुमराह किए हुए हैं। उन्हें पंचायत में अभी तक प्रधानों को सही मायने में प्रधान ही नहीं मान रहे हैं। क्योंकि अभी तक पंचायतों में विकास कार्यों के लिए उपलब्ध धनराशि, पिछले रिकार्ड,पंचायत घरों के फर्नीचर, स्कूलों में पढ़ाई के लिए दिए गए प्रोजेक्टर,, वाईफाई सेवा कनेक्शन, व अन्य सामान या तो पूर्व प्रधानों के पास हैं या पंचायत मंत्रियों के पास हैं। परंतु नवनिर्वाचित प्रधानों को अभी तक नहीं सौंपी गए है। रोजगार सेवकों का कहना है कि मनरेगा में प्रधानों का कोई मतलब नहीं है। केवल रोजगार सेवक ही सब कुछ है ।, पंचायतों में बढ़ती ठेकेदारी प्रथा , स्वयं सहायता समूहों के बढ़ते दखल आदि चिंता का विषय है । उन्होंने प्रशासन से ग्राम प्रधानों की समस्याओं को तत्काल हल कराने की अपील की। उदयपुरा के प्रधान बृजेश शाक्य ने कहा कि प्रधानों को अपनी समस्याओं को प्रशासन के समक्ष प्रभावी ढंग से रखने के लिए एक मजबूत संगठन बनाना होगा। जो प्रधानों के कामकाज में आने वाली बाधाओं को दूर करने में सक्षम होगा। प्रधान चित्रभवन ने प्रधानों का मानदेय बढ़ाने और यात्रा भत्ता कम से कम ₹20000 महीना करने की बात कही।बैठक को अमर सिंह शाक्य, जगदीश नारायण, पारुल, सुभाष चंद्र, संतोष कुमार ,प्रेम सिंह ,तेज प्रताप ,रमन सिंह ,सुरेश चंद, सर्वेश कुमार, राकेश बाबू, जवाहरलाल, प्रदीप कुमार, रामनरेश ,शिवम कुमार ,अभिषेक कुमार सहित बड़ी संख्या में प्रधानों ने भाग लिया।

सवांददाता: राहुल शाक्य