उत्तर प्रदेश के एटा जिले के अलीगंज विधानसभा क्षेत्र के ग्राम जिरोलिया में सड़क न बनने की वजह से ग्रामवासी धरना दे रहे हैं। इस धरने में भारतीय किसान यूनियन और मानवाधिकार संघ के पदाधिकारी भी शामिल हैं। ग्रामवासियों का कहना है कि उनके गांव की करीब 1500 मीटर लंबी सड़क सालों से टूटी हुई है। चुनाव आते-जाते रहते हैं, नेता वादे करते हैं, लेकिन सड़क अभी तक नहीं बन पाई है।
ग्राम जिरोलिया में लगभग 100 लोग इस समय धरना दे रहे हैं और उनकी मुख्य मांग है कि गांव की सड़क बनाई जाए। बारिश के कारण सड़क में पानी भर जाता है, जिससे लोगों को आने-जाने में कठिनाई होती है। ग्रामवासियों का कहना है कि ट्रैक्टर भी पानी में फंस जाता है और बच्चों को स्कूल जाने में भी समस्या होती है।
यह सड़क लगभग 300 साल पुरानी है और यहां एक शिव मंदिर भी है। बावजूद इसके, शासन-प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा है। ग्रामवासी नीरज दीक्षित का कहना है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे अलीगंज से एटा तक कूच करेंगे और जिला अधिकारी कार्यालय का घेराव करेंगे।
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष और मानवाधिकार संघ के कई कार्यकर्ता भी इस धरने में शामिल हैं। उनका कहना है कि जब तक सड़क नहीं बनेगी, वे धरना जारी रखेंगे। ग्राम जिरोलिया के पास एक मेला भी होता है, जहां आने-जाने वाले लोगों को भी टूटी सड़क के कारण समस्याएं होती हैं।
सड़क की दुर्दशा इतनी खराब है कि ग्रामवासियों और आसपास के लोगों को सड़क से गुजरने में बहुत परेशानी होती है। कई बार लोगों को चोटें भी लगी हैं, लेकिन अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। सत्यवान झा, गौरव यादव, चंद्रशेखर शर्मा, गोपाल सक्सेना, सौरभ गुप्ता, प्रभात कटियार, राजेश चौहान, अतुल कठेरिया समेत कई ग्रामवासी इस धरने में शामिल रहे