दिनांक 17.02.2021 को जिलाधिकारी एटा डॉ. विभा चहल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एटा श्री सुनील कुमार सिंह द्वारा पुलिस लाइन स्थित सम्मेलन कक्ष में अपराध समीक्षा की बैठक की गयी जिसमें अपर पुलिस अधीक्षक एटा ओमप्रकाश सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक अपराध राहुल कुमार, समस्त क्षेत्राधिकारीगण, समस्त प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष/थानाप्रभारी व अन्य पुलिसकर्मी उपस्थित रहे।
अपराध गोष्ठी में निम्न बिन्दुओं पर दिशानिर्देश दिये गयेः-
1 आगामी ग्राम पंचायत चुनाव एवं पंचायत चुनाव के संबंध में थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया, पूर्व में घटित घटनाओं के दृष्टिगत रखे सतर्क दृष्टि।
2- आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दृष्टिगत थानों में स्वीकृत व्यक्तिगत शस्त्र लाइसेंसों की संख्या व तथा उनमें से कुल जमा शस्त्रों की संख्या एवं शेष शस्त्रों की संख्या तथा शेष बचे शस्त्रों को जल्द से जल्द जमा कराए जाने के संबंध में थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया।
3- शस्त्र लाइसेंसधारी व्यक्तियों के कारतूसों का शत-प्रतिशत सत्यापन कराया जाए, अपराधों में लिप्त ऐसे व्यक्तियों के शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण हेतु रिपोर्ट जिलाधिकारी कार्यालय अविलंब भेजी जाए।
4- बूथों को चार श्रेणियों में बांटा गया 1- सामान्य 2- संवेदनशील 3- अति संवेदनशील 4- अति संवेदनशील प्लस इस संबंध में थाना स्तरों से कार्यवाही पूर्ण करा ली जाए।
5- महिलाओं एवं बालिकाओं संंबंधी अपराधों पर प्रभावी रोकथाम लगाई जाए, एवं ऐसे प्रकरणों में तत्परता पूर्वक कार्यवाही करते हुए आरोपियों की गिरफ्तार कर पीड़िताओं को शीघ्र न्याय दिलाया जाए।
6- असामाजिक तत्वों एवं गुंडा एक्ट से संबंधित अपराधियों को चिंहित कर सख्त कार्यवाही की जाए ।
7 जघन्य अपराधों का निस्तारण कर त्वरित कार्यवाही करें, सही मामलों में तुरन्त FIR हो एवं शिकायतकर्ता संतुष्ट होना चाहिए।
8- सभी थाना प्रभारियों को उनके थाना क्षेत्र में चिन्हित किए गए सक्रिय गैंगों का शत-प्रतिशत रजिस्ट्रेशन कराने हेतु निर्देशित किया गया साथ ही अवैध शराब के निर्माण, अपमिश्रित शराब की बिक्री एवं तस्करी पर शत-प्रतिशत कार्यवाही की जाए।
9- अनूसूचित जाति एवं जनजाति के व्यक्तियों के साथ घटित होने वाले अपराधों पर प्रभावी रोकथाम लगाई जाए, अवैध शस्त्र, फैक्ट्री एवं कारतूसों आदि पर नियंत्रण हेतु प्रभावी कार्यवाही की जाए।
10- सूचीबद्ध अपराधियों एवं चिह्नित किए गए टाॅप 10 अपराधियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करते हुए उनसे संबंधित सभी अभिलेखों को अध्यावधिक रखा जाए।
11- सभी अपर पुलिस अधीक्षक एवं क्षेत्राधिकारी अपने अधीनस्थों को गाईड करें, क्षेत्राधिकारी स्वयं क्षेत्र में निकले ड्यिूटीरत अधीनस्थों को चैक करें, उनकी किसी भी समस्या को संज्ञान लेते हुये उसका तत्काल निराकरण करायें।
12- लम्बित विवेचनाओं के शीघ्र व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण तथा वांछित/वारण्टी अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाये।
13- जनशिकायती प्रार्थना पत्र, आईजीआरएस प्रकरण में प्राप्त प्रकरणों का गुणवत्तापूर्वक निस्तारण समय से सुनिश्चित किया जायें। साथ ही सभी क्षेत्राधिकारियों द्वारा अपने सर्किल के थानों पर प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्रों के निस्तारण की गुणवत्ता की रैण्डम चैकिंग की जाये। सभी थानाध्यक्ष पीड़ित/आवेदक से स्वयं वार्ता कर उनकी समस्या के निस्तारण के सम्बन्ध में जानकारी करें।
14- समस्त थाना प्रभारियों को प्रत्येक थाने में महिला शौचालय निर्माण हेतु निर्देशित किया गया।
साथ ही सभी अधिकारी व कर्मचारी अपना व्यवहार उच्चकोटि का रखें। नियमानुसार वर्दी धारण करें। आचरण में सौम्यता एंव शालीनता रखी जाये। दुर्व्यवहार की शिकायत पर दोषी कर्मियों के विरुद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।
गोष्ठी के अन्त में सभी राजपत्रित अधिकारियों से अपना पर्यवेक्षण सुदृढ रखते हुये उक्त बिन्दुओं पर अधीनस्थों द्वारा की जा रही कार्यवाही का निरन्तर अनुश्रवण कर वाॅछित कार्यवाही समयबद्ध ढंग से पूर्ण कराने की अपील की गयी।
सवांददाता: सोनू यादव