पूरनपुर में पेराई सत्र शुरू होने से अब तक मानदेय का भुगतान न मिलने से नाराज कर्मचारियों ने चीनी मिल गेट पर हंगामा किया। कर्मचारी मानदेय मिलने तक काम न करने की जिद पर अड़े थे। जीएम ने बुधवार शाम तक उनके खातों में मानदेय भुगतान कराने का आश्वासन दिया, लेकिन कर्मचारी नहीं माने। इसके बाद कर्मचारी नेताओं ने उन्हें समझा-बुझाकर काम पर लौटाया। कर्मचारियों ने शाम तक मानदेय खातों में न आने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
आक्रोशित कर्मचारी पहले भी मानदेय भुगतान न होने के विरोध में चीनी मिल गेट पर एकत्र होकर रोष जता चुके हैं। तब उन्हें एक-दो दिन में मानदेय भुगतान कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन कुछ नहीं हुआ। बुधवार को कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा। सुबह 10 बजे ड्यूटी पर जाने से पहले कर्मचारियों ने मिल गेट पर एकत्र होकर हंगामा करना शुरू कर दिया।
कर्मचारियों के हंगामे की जानकारी पर चीनी मिल जीएम दीप्ति देव यादव मौके पर पहुंचे। उन्होंने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि शाम तक मानदेय खातों में भेज दिया जाएगा, लेकिन कर्मचारी मानने को तैयार नहीं हुए। कर्मचारियों का कहना था कि इससे पहले भी उन्हें कई बार आश्वासन दिया जा चुका है। चार नवंबर से शुरू हुए पेराई सत्र से अब तक उनको मानदेय नहीं मिला है। उधारी देने वालों ने उधार में घरेलू सामान देना तक बंद कर दिया गया। इस दौरान चीनी मिल कर्मचारी नेता भूपराम, अरमिल राय, शंकर यादव, सुनील दीक्षित, ओमपाल सिंह आदि थे।
मनमानी कटौती का लगाया आरोप
वार्ता के दौरान कर्मचारी नेताओं ने चीनी मिल जीएम को बताया कि नवंबर महीने का कुछ कर्मचारियों को मानदेय भुगतान किया गया। इसमें मनमाने ढंग से चार से छह हजार रुपये तक की कटौती कर ली गई।
कर्मचारियों के मानदेय को लेकर कांट्रेक्टर से बात की गई है। उसने बुधवार शाम तक कर्मचारियों के बकाया मानदेय को उनके खातों में भेजने की जानकारी दी है। कर्मचारियों को बुधवार शाम तक मानदेय उनके खातों में पहुंचने का आश्वासन दिया गया।